अम्बिकापुर
मक्के की खरीदी के लिए किसी भी तरह के दिषा निर्देष ना मिलने का कारण आज नमनाकला स्थित धान खरीदी केन्द्र मे कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। उच्च स्तर से मक्का खदीदी के लिए कोई भी आदेशन नहीं मिलने से मक्का की खरीद नहीं हो पा रही है। लिहाजा इस बात से नाराज़ किसानों ने मक्के पर आग लगाकर विरोध प्रदर्षन किया।
ब्लाॅक कांग्रेस अम्बिकापुर ग्रामीण के अध्यक्ष राकेष गुप्ता के नेतृत्व में नमनाकला खरीदी केन्द्र में मक्का बेचने पहुंचे किसानों को केन्द्र प्रभारी ने बताया कि ना तो मक्का खरीदने कोई दिषा निर्देष आया है और ना ही मक्के के लिये पैसे व बारदाना भेजा गया है। ऐसे में मक्का खरीद पाना असंभव है। काफी संख्या में पहुचे किसानों ने मक्का की खरीदी नहीं होने से नाराज़ होकर खरीदी केन्द्र के सामने ही धरना देकर बैठ गये और उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे। काफी समय पष्चात जिला सहकारी बैंक प्रबंधक श्री सिन्हा, शाखा प्रबंधक रमाषंकर गुप्ता, अजीत सिंह, समिति प्रबंधक नरेष सिंह सहित कई लोग मौके पर पहुंचे। जिसके बाद किसान मक्का खरीदी को लेकर नारेबाजी करने लगे। सहकारी बैंक प्रबंधक ने किसानों को शांत कराते हुए मक्का खरीदी हेतु आदेष नहीं आने की बात कह कर मामले को टालते नज़र आयें, लेकिन जब किसानों ने अधिकारियों की बातों की परवाह किये बिना अपना धरना जारी रखा तब सहकारी बैंक प्रबंधक एवं उनके साथ आये अन्य कर्मचारियों ने कहा कि वे जिला कलेक्टर से मुलाकात कर यह जानकारी देंगे कि यदि मक्का की खरीदी नहीं हुई तो धान की खरीदी में भी दिक्कत आयेगी। इसके बाद भी काफी दूर से आये किसानों ने कहा कि बार-बार दूर से अनाज को लेकर आना संभव नहीं है अतः विरोध स्वरूप कुछ किसानों ने अपने मक्का को जमीन में उड़ेलकर आग लगा दी और मुख्यमंत्री हाय-हाय के नारे भी लगाने लगे। किसानों ने निर्णय किया है कि 03 दिसम्बर को नमनाकला समिति प्रांगण में ही किसान पंचायत का आयोजन किया जायेगा, जिसमें मक्का खरीदी नहीं होने पर आगे के आंदोलन की कार्ययोजना बनेगी। इस दौरान सूरजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विध्येष्वरषरण सिंहदेव विंक्की बाबा, ब्लाॅक अध्यक्ष ग्रामीण राकेष गुप्ता, कार्तिकेय जायसवाल, जिला महामंत्री राजीव अग्रवाल, अजीत नायर, भारत सिंह, भरोस राम, विजय व्यापारी, कालु ओझा, मुकुन्दमणी बेहरा, देवचंद राय, लक्षमी, विकास सिंह, नारायण पाल सहित काफी संख्या में कांगे्रसजन व कृषक उपस्थित रहे।