रायपुर 11 सितंबर 2014
मंतूराम पवार के द्वारा की जा रही बयानबाजी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेष कांग्रेस प्रवक्ता महेन्द्र छाबड़ा ने कहा कि मंतूराम के द्वारा की गयी अकारण नाम वापसी शुरू से ही संदेहो के दायरे में रह। अब मंतूराम द्वारा भाजपा को वोट देने की अलावा और कोई विकल्प न होने की बात कहने से उनकी भाजपा से सांठगांठ उजागर हो गयी है। मंतूराम पवार द्वारा अंतागढ़ के मतदाताओं से भाजपा के पक्ष में की गयी अपील से पाक साफ दिखने की भाजपा की कोषिषों पर पानी फिर गया। मंतूराम पवार द्वारा भाजपा को वोट देने की बात कहने से कांग्रेस के प्रदेष नेतृत्व का विरोध का कारण भी स्पष्ट हो गया है। मंतूराम ने अंतागढ़ चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान करने की बात कर के एक बार फिर से साबित कर दिया कि मंतूराम पवार ने भाजपा के इषारों पर साजिष रची। मंतूराम पवार ने कांग्रेस और अंतागढ़ की जनता के साथ विष्वासघात किया है। मीरजाफर और जयचंद का नया पर्यायवाची है। नामांकन वापसी के बाद जिस ढंग से वह लगातार बेशर्मीपूर्वक भाजपा के इशारो पर बयानबाजी करते घूम रहा है उससे स्पष्ट है कि मंतूराम पवार का दीन इमान पैसा ही है और मंतूराम पवार भाजपा के हाथों बिक चुका है। प्रदेष कांग्रेस प्रवक्ता महेन्द्र छाबड़ा ने चेतावनी दी है कि मंतूराम कांग्रेस जैसी आदर्षो और संकल्पों की नेताओं के बारे में भाजपा के इषारों पर की जा रही अपनी स्तरहीन बयानबाजी अब बंद करें। मंतूराम पवार को दोहरा चरित्र अब बेनकाब हो चुका है। मंतूराम पवार को कांग्रेस पार्टी ने पांच-पांच बार अपना प्रत्याषी बनाया। बार-बार चुनाव हारने के बाद भी उनको टिकट दिया गया था। अंतागढ़ और पखांजूर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से रायषुमारी के आधार पर टिकट मिलने और नामांकन दाखिल करने के बाद नाम वापस लेकर मंतूराम पवार ने अंतागढ़ के सीधे-साधे समर्पित और पार्टी के लिये अपना खून पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विष्वास और संकल्प का सौदा किया है।