भ्रष्टाचार के आरोप में कार्यवाही ना होने पर विधान सभा में लगा ध्यान आकर्षण

@Deshdeepakgupta

रायपुर पशुधन विकास विभाग के तत्कालीन उपसंचालक के द्वारा आवश्यक वस्तु खरीदी में भ्रष्टाचार की जाँच के बाद सरगुजा कमिश्नर रीता सांडिल्य ने पशुधन विभाग के उप संचालक पर आवश्यक कार्यवाही के लिए पत्र प्रेषित किया था। लेकिन काफी दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होने पर सरगुजा की सीतापुर विधानसभा से विधायक अमरजीत भगत ने विधानसत्र में पशुधन मंत्री के समक्ष ध्यान आकर्षण लागाया है.. अमरजीत ने लिखा है की जांच में दोषी पाए जाने के बाद और कमिश्नर द्वारा कार्यवाही की अनुशंसा के बाद भी भरष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो रही है.. इस सम्बन्ध में विधानसभा में ध्यान आकर्षण लगाया गया है..

 

दरअसल कार्यवाही की यह अनुशंसा वर्ष 2016-17 में आवश्यक औषधी आवश्यक उपकरण को छ.ग. मेडिकल सर्विस कार्पोरेसन लिमिटेड द्वारा अनुमोदित दर से ना खरीदे जाने व शासन के नियमो को दरकिनार करते हुए मनमाने ढंग से खरीदी के संबंध में कई गई थी। इस सम्बन्ध में आरटीआई कार्यकर्ता दिनेश सोनी ने प्राप्त दस्तावेजो के आधार पर मामले की शिकायत सरगुजा कमिशनर से की थी जिसकी जांच के बाद कार्यवाही की बात कमिश्नर के द्वारा कही गई थी.. लिहाज कमिश्नर ने जांच पूरी होने पर संबंधित विभाग को कार्यवाही की अनुसंशा कर दी थी।

 

गौरतलब है की आरटीआई से प्राप्त जानकारी के आधार पर पूर्व में इस समाचार का प्रकाशन किया गया था की पशुधन विकास विभाग के उपसंचालक के द्वारा दवा व अन्य वस्तुओं की खरीदी नियम विरुद्ध की गई है। इनके द्वारा अपने चहेते फर्मो से महंगे दामो पर यह खरीदी वर्ष 2016-17 के बजट से की गई है। आपको बता दें की उपसंचालक महोदय का ये कारनामा नया नही है। इस मामले में कार्यवाही की अनुशंसा थी इससे पहले भी कोरिया जिले में रहकर भी इन्होंने इस तरह के कार्यो को अंजाम दिया है। लेकिन कई मामले में संलिप्त इस अधिकारी पर अधिकारी इस कदर मेहरबान है की आदेश के बाद भी कार्यवाही सिफर है..