भू राजस्व संहिता विधेयक और शिक्षाकर्मियों के लिए क्या कहा मुख्यमंत्री ने..?

जांजगीर (संजय यादव) मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज पामगढ़ के कुटराबोड़ में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय गुरु घासी दास लोक कला महोत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने मत्स्य पालन विभाग के अंतर्गत 179.34 लाख रुपए के नवीन हेचरी निर्माण का शिलान्यास किया और शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत 5 करोड़ 19 लाख 30 हजार रुपए से अधिक राशि के सामाग्री व चेक व सामग्री वितरण भी किया । इस दौरान मुख्य मंत्री के साथ अति विशिष्ट अतिथि के रूप में सतनाम समाज के चार गुरू विशेष रूप से  रहे हैं ।

वहीं छत्तीसगढ़ शासन के   खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम मंत्री पन्नुलाल मोहिले, आदिम जातिकल्याण मंत्री केदार कश्यप, संसदीय सचिव अंबेश जाँगड़े एवं जिले के विधायक मौजूद रहे। यह आयोजन जिले में अपनी तरह का पहला आयोजन है इस कला महोत्सव में पंथी नृत्य प्रतियोगिता मुख्य आकर्षण था जिसमें 18 जिले के 36 पंथी नृत्य दलों के करीब 1500 नर्तक शामिल हुए लोक महोत्सव में प्रस्तुति देने वाले पंथी नृत्य दलों के मध्य स्पर्धा रखी गई थी जिसमें विजेताओं को प्रथम पुरस्कार 1 लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार 75 हजार व तृतीय पुरस्कार 50 हजार प्रदान किया गया। मुख्य मंत्री ने कूटराबोड़ के स्कूल मैदान परिसर में विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए बाबा गुरुघासी के पुनीत कार्यों को याद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने की अपील की। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम ने कहा की नए भू राजस्व संहिता विधेयक के बारे में कहा कि समाज के लोगों को आमंत्रित किया गया है बैठ कर चर्चा करेंगे और उसका समाधान निकलेगा। वहीं उन्होंने शिक्षाकर्मियों के बारे में कहा की शिक्षाकर्मियों में लिए अच्छी पहल होगी समिति गठित की गई है वह जल्द ही रिपोर्ट सौंपेगी
………………