- संभागीय अध्यक्ष जयनाथ केराम के नेतृत्व में हजारों लोगों ने किया प्रदर्शन
अम्बिकापुर
उदयपुर से क्रांति कुमार रावत की रिपोर्ट
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की संभाग इकाई ने केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में एक दिवसीय विशाल रैली एवं आम सभा का आयोजन ब्लाॅक मुख्यालय में किया गया। रैली ग्राम पंचायत सोनतराई के ग्राम डूमरडीह से आरंभ की गई जो उदयपुर रेस्ट हाउस तक चली। रैली में केन्द्र सरकार विरोधी नारों के साथ ‘‘अधिकार हमारे जीने के चढ़ के लेंगे सीने पे’’ जैसे नारे लगते रहे। रैली का नेतृत्व इस बार महिलाओं ने अपने हाथों में लिया था। आंदोलन में पांच सुत्रीय मांगों के संबंध में तहसीलदार को ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया जिसमें प्रमुख मांग एनडीए सरकार द्वारा प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण बिल को निरस्त करने की मांग, तहसील कार्यालय उदयपुर में राजस्व प्रकरणों में अवैध वसुली बंद करने, हल्का पटवारियों द्वारा क्षेत्रों में फौत दर्ज कराने एवं त्रुटि सुधार के नाम पर हो रही अवैध वसुली को रोकने, साक्षरता मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन भवन जो कि पिछले 8 वर्षाें से लंबित है उन्हे संबंधित सरपंच सचिवों से राशि वसूल कर भवन निर्माण कराने तथा जनपद क्षेत्र उदयपुर के कई ग्राम पंचायतों में चल रहे बांध, स्टापडेम एवं नहर निर्माण में ग्राम सभा की सहमति व प्रस्ताव को लेने की अनिर्वायता को लागु करने संबंधी ज्ञापन सौंपा गया। आम सभा का आयोजन स्थानीय बस स्टैण्ड के समीप किया गया ।
सभा को संबोधित करते हुये गोंगपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक हीरा सिंह मरकाम ने जल जंगल और जमीन को उचित दोहन की वकालत करते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार छ.ग. के कृषि भूमि का सौदा कर यहां के आदिवासियों को मजदूरी की ओर धकेल रही है। इस पर रोक लगना चाहिये। संभागीय अध्यक्ष जयनाथ केराम ने कहा कि केन्द्र सरकार किसान विरोधी है। एनडीए द्वारा प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण बिल अंग्रेजों के शासन काल को याद दिलाती है विकास के नाम पर भोले भाले आदिवासियों को बेवकूफ बनाकर उनकी जमीन हड़प कर औद्योगिक घरानों को कौंड़ी के मोल सौंपा जाना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है । पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के मुकाबले हमारे छत्तीसगढ़ राज्य में भूमि की कीमत काफी कम है जिससे बहुराष्ट्रीय कंपनिया अपनी गिद्ध दृष्टि यहां जमाये बैठे है। जब तक भूमि अधिग्रहण बिल को रद्द नही किया जाता है तक हमारा आंदोलन अनवरत् जारी रहेगा।
गोंडवाना विद्यार्थी परिषद के जिलाध्यक्ष सुश्री उमा सिंह सरूता ने केन्द्र एवं राज्य सरकार दोनों के उपर ही आदिवासी गरीब खेतीहर पिछड़ा वर्ग के विकास के विरोधी है । इनके शासन काल में जल जंगल जमीन ही नही बल्कि नारी शक्तियों का भी मान सम्मान खतरे मे है। सभा को गोंगपा के अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष इंजी सजय सिंह कमरो, प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप प्रजापति एवं केराम कमांडो के जिलाध्यक्ष अजय सिंह ने भी संबोधित किया ।
कार्यक्रम में सरगुजा के जिलाध्यक्ष राकेश सिंह मरकाम, रोहित सिंह टेकाम, रामजीत आरमोर, नवल सिंह, मनबोध सिंह, देवलाल यादव, प्रदीप सिंह, बालसाय कोर्राम, दुर्गावती, प्रीति, फुलबाई वरकड़े, अंजु टेकाम, सहोदरी सिंह, भागमति सिंह, मायावती पोर्ते, पूर्णिमा टेकाम, बबली सिंह, रामदयाल, देवशंकर, दशरथ, बिहारी नेताम, रामकुमार धुर्वे, जीतम सिंह, बलदेव मरावी, गनेश्वर, हरि सिंह, मनुक, विनोद, जयनंदन सहित हजारों की संख्या में दूर दराज से आये ग्रामीण शामिल रहे।