अम्बिकापुर
कांग्रेस ने भाजयुमो प्रदेषाध्यक्ष के बयान पर कड़ा विरोध जताया है। उनका यह कथन समाज में भेद पैदा करने वाला एवं संकीर्ण मानसिकता का परिचायक है कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यक को सभापति बना दिया।
जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कांग्रेस जाति व धर्म की राजनीति नहीं करती। भाजपा का यह कृत्य उनके दोहरे मानसिकता को दर्षाता है। यदि भाजपा को कांग्रेस के कदम का विरोध करना था तो सभापति के चुनाव के दौरान उनके सभापति प्रत्याषी मधुसुदन शुक्ला का नाम वापसी ही नहीं करना था। एक ओर तो वे कांग्रेस के प्रस्ताव पर नाम वापसी कर समर्थन जताते हैं, दूसरी ओर जनता को बरगला कर समाज को बांटने की राजनीति कर रहे हैं। सरगुजा की जनता बेहद समझदार है वह इन बातों का जवाब समय पर देगी।