रायपुर 06 दिसंबर 2014
रमन सरकार ने फिर से एक बार किसानों के साथ धोखा किया है। 5 क्विंटल अतिरिक्त खरीदी की घोशणा किसानो के साथ धोखाधड़ी मात्र है। जिन किसानों ने कर्ज नहीं लिया उनका 15 क्विंटल धान खरीदने की घोशणा का लाभ नहीं मिलेगा। खाद्य विभाग छत्तीसगढ़ षासन के आदेष क्रमांक एफ 4-8/खाद्य/2014/29/5330 दिनांक 4 दिसंबर 2014 में कहा गया है कि वर्तमान में पंजीकृत किसानों से धान खरीदी की सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ है, जिसे बढ़ाकर 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिंकिंग सहित किया गया है। यदि किसान का कर्ज 12 क्विंटल धान खरीदने से पट जाता है तो उससे षेश 3 क्विंटल धान सरकार खरीदेगी या नहीं स्पश्ट करें। पता चला है कि आनावरी रिपोर्ट के अनुसार धान खरीदी की मात्रा तय की जा रही है। जहां आनावरी कम है वहां 10-12 क्विंटल ही धान की खरीदी की जायेगी। भाजपा सरकार पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुये प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल ने कहा है कि किसानों से पूरे जमीन के बीमा की राषि वसूली की गयी है लेकिन धान की खरीदी पूरी जमीन में नहीं हो रही है। धान की खरीदी सिर्फ उस रकबे की होगी जिसमें धान बोया गया है। बीमा खाते की पूरी जमीन का किया गया है। किसानों को भाजपा सरकार की दोहरी मार पड़ी है। बीमा की अवधि समाप्त होने के बाद आये हुदहुद तूफान में हुये फसल के नुकसान की कोई भरपाई किसानो को नहीं मिलेगी। किसानो के द्वारा पटायी जा चुकी किस्त पर भी अतिरिक्त ब्याज वसूला जा रहा है। अभी तक 15 क्विंटल धान खरीदने का आदेष धान खरीदी केन्द्र नहीं पहुंचा। किसानों के नये पंजीयन की सूची धान खरीदी केन्द्रो में नहीं पहुंची। किसानों के साथ लगातार छल और धोखाधड़ी की जा रही है। जहरीली दवा कांड, नसबंदी कांड, षहीदों के अपमान इन तमाम मुद्दों पर 9 और 10 दिसंबर को दिल्ली मे प्रदर्षन होगा। 9 को प्रधानमंत्री निवास का घेराव 3 बजे होगा। 10 को सुबह 11 बजे से कांग्रेसजन जंतर मंतर में धरना देंगे और संसद मार्च करेंगे। ये मुद्दे गरीबो की जिन्दगी, षहीद जवानों के सम्मान किसानों के भविश्य से जुड़े है। इन मुद्दों को हम कभी छोड़ नहीं सकते। ये मुद्दे हमारे लिये चुनाव से ज्यादा बड़े है। नसबंदी कांड में महिलाओ की मौत में जांच केवल आई वाष है। इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट के जज से होनी चाहिये। कोरबा में बच्चों की बीमारी की जांच भी होनी चाहिये। प्रदेष में रमन जोत खाकर बच्चे बीमार हो रहे है। 9 को दिल्ली में पीईसी की पहली बैठक होगी। पीईसी में हमारे राश्ट्रीय नेता मोतीलाल वोरा जी, मोहसिना किदवई, बी.के. हरिप्रसाद, अजीत जोगी, भक्त चरण दास, चरण दास महंत के मार्गदर्षन में पूरे फैसले लिये जायेंगे।