रायपुर 19 नवंबर 2014
छत्तीसगढ़ प्रदेष कांग्रेस कमेटी की बैठक में बिलासपुर नसबंदी षिविर में हुयी महिलाओं की मौतों के विरोध में कांग्रेस पार्टी आंदोलन की रणनीति बनाने राज्य शासन की धान की नीति के विरोध में, आंदोलन को अंतिम रूप देने एवं सदस्यता अभियान की समीक्षा एवं आसन्न नगरीय निकाय चुनाव पर विचार विमर्ष किये जाने के लिये आज प्रदेष मुख्यालय में प्रदेष कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेष बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेष बघेल ने इंदिरा जी के चित्र पर पुष्पांजली अर्पित उन्हें याद किया और कहा कि इंदिरा जी ने जिस प्रकार हरित क्रांति लागू की थी। इसके ठीक विपरीत छत्तीसगढ़ में सरकार काम कर रही है। उन्होने बिलासपुर की नसबंदी मामले की घटना प्रदेष में शर्मसार करने वाली घटना बताया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बिलासपुर आगमन से पूरे मामले में और अधिक गंभीरता आयी। परंतु भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के न आने पीडि़त लोगो तक न पहुंचने पर सवाल उठाया। कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि यह आंदोलन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देष पर किया जा रहा है इसलिये इसकी गंभीरता पर हमें विषेष ध्यान देना होगा। तथा कार्यक्रम सुव्यवस्थित हो तथा संबंधित जिला कांग्रेस कमेटिया अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। सदस्यता अभियान को और अधिक गति प्रदान करने के लिये सभी पदाधिकारियो से आग्रह किया। नगरीय निकाय चुनाव को गंभीरता से लेने की बात भी कही। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से प्राप्त निर्देषों का पदाधिकारियों से अवगत कराया।
कांग्रेस की बैठक में सर्वसहमति से निर्णय लिया गया कि बिलासपुर नसबंदी मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिये।
प्रदेष में अनेकों संवेदनषील मामलों में मुख्यमंत्री द्वारा जनता की मांग को अनदेखी करने के कारण अराजकता की स्थिति बनी है इनके कार्यकाल में इतनी बड़ी-बड़ी घटना होने के कारण मुख्यमंत्री जिम्मेवारी बनती है। इसलिये कांग्रेस ने उनसे इस्तीफे की मांग की है।
स्वास्थ्य मंत्री अमर अग्रवाल के दो कार्यकाल में आंख फोड़वा कांड, गर्भाषय कांड, नसबंदी कांड के बाद भी मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा उन्हें न जाने किन्ही कारणों से बचाये जाने का आरोप लगाते हुये कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि अमर अग्रवाल को तत्काल बर्खास्त किया जाये।
बिलासपुर की घटना पर 12 नवंबर को प्रदेष की जनता ने स्वस्फूर्त छत्तीसगढ़ बंद रखा और अपनी नाराजगी का इजहार किया इसके लिये छत्तीसगढ़ चेंबर आफ कामर्स और संपूर्ण व्यापारी जगत एवं आम जनता को सहयोग के लिये कांग्रेस ने धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है।
बिलासपुर से 22 नवंबर को पदयात्रा आरंभ होगी जिसका समापन 27 नवंबर को रायपुर में होगा। इसके अलावा 25 नवंबर तक सभी ब्लाक मुख्यालयों से जिला मुख्यालयों तक पूरे प्रदेष में पदयात्रायें भी होगी और सभी पदयात्रा का समापन राजधानी रायपुर में होगा। पदयात्रा इन मांगो को लेकर होगी –
1 रमन सिंह का इस्तीफा
अमर की बर्खास्तगी
2 सर्वोच्च न्यायालय/उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीष से नसबंदी कांड की न्यायिक जांच।
3 बिलासपुर नसबंदी कांड की एसआईटी गठित कर केन्द्र द्वारा करायी जाये जांच (चूंकि सरकार के मुखिया और स्वास्थ्य मंत्री आरोपों के घेरे में हैं।)
4 पीडि़त परिवारों के 10-10 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी।
5 विगत दस वर्षो में छत्तीसगढ़ में हुये स्वास्थ्य विभाग के घोटालों की सीबीआई जांच की मांगे को लेकर की जा रही है।
प्रदेष कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों, विधायको, पूर्व विधायको, जिला एवं ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षो को कहा गया है कि संबंधित मंडियों में लगातार निगरानी रखे कि किसानो का धान समर्थन मूल्य से कम दाम में न बिके, किसानो के साथ मिलकर लगातार जनजागरण चलाते रहे, किसानो की लड़ाई कांग्रेस अंतिम समय तक लड़ती रहेगी।
इसके अलावा बैठक में सदस्यता अभियान की प्राथमिकता अपने-अपने जिलों में गंभीरता पूर्वक करने का निर्देष भी दिया गया एवं आसन्न नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की तैयारियों पर विचार-विमर्ष किया गया। आज की बैठक में प्रदेष कांग्रेस के महामंत्री शैलेष नितिन त्रिवेदी, गिरीष देवांगन, राजेष तिवारी, बोधराम कंवर, पी.आर. खूंटे, अटल श्रीवास्तव, बी.डी. कुरैषी, दीपक दुबे, संतोष दुबे आदि नेताओं ने भी अपने विचार और सुझाव दिये। बैठक में मुख्यरूप उपाध्यक्षगण बोधराम कंवर, पी.आर. खूंटे, बी.डी. कुरैषी, घनाराम साहू, महामंत्रीगण शैलेष नितिन त्रिवेदी, गिरीष देवांगन, डाॅ. प्रेमसाय सिंह, रूद्र कुमार गुरू, पद्मा मनहर, राजेष तिवारी, छाया वर्मा, अटल श्रीवास्तव, दीपक दुबे, कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, विधायक श्रीमती रेणु जोगी, कार्यसमिति सदस्य धनेष पाटिला, डाॅ. सोहन लाल सामरी, प्रतिमा चंद्राकर, इंदरचंद धाड़ीवाल, कैलाष पोयाम, दीपक कर्मा, संतोष दुबे, गोपाल थवाईत, कृष्ण कुमार यादव, प्रवक्तागण महेन्द्र छाबड़ा, सुशील आनंद शुक्ला, राजेष बिस्सा, आरपी सिंह, प्रमोद दुबे, श्रीकुमार मेनन, सचिवगण अरूण भद्रा, सूर्यमणी मिश्रा, सलाम रिजवी, आषीष सिंह ठाकुर, षिवसिंह ठाकुर, शेखर त्रिपाठी, शफी अहमद, सत्तार अली, मलकित सिंह गैंदू, दिलीप खटवानी, विजय बघेल, तुकाराम साहू, गनी खान, अनिल अग्रवाल, तुलसी साहू, महेष दुबे, आरती सिंह, शषीकांता राठौर, नैन अजगले, प्रवीण वर्मा, एजाज ढेबर, गिरधारी यादव, अजय साहू, रउफ कुरैषी, हरदीप सिंह बेनीपाल, निवेदिता चटर्जी, राधेष्याम विभार, नागभूषण यादव, धर्मेन्द्र यादव, विन्सेंट डीसोजा, रामषरण यादव, विवेक बाजपेयी, सुषमा सुता, विकास दुबे, नजीर अजहर, पंकज महावर, आफताब आलम, आनंद कुकरेजा, जिला कांग्रेस अध्यक्षगण विकास उपाध्याय, नारायण कुर्रे, अलालीराम यादव, जितेन्द्र मुदलियार, महेष चंद्रवंषी, आषीष छाबड़ा, आर.एन. वर्मा, हेमंत बंजारे, विक्रम मंडावी, विमल चंद सुराना, करण देव, लखेष्वर बघेल, नरेष ठाकुर, हलधर साहू, विंधेष्वर शरण सिंहदेव, गोपाल प्रसाद गुप्ता, पवन अग्रवाल, विद्याभूषण शुक्ला, श्याम जायसवाल, नरेन्द्र बोलर, हरीष परसाई, राजकिषोर प्रसाद, दिलीप पांडेय, मोहन लालवानी, मंजू सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, बाबूलाल साहू, अमरजीत चावला उपस्थित थे।