जिले के वनग्राम राजस्व ग्राम में परिवर्तन होंगे
बिलासपुर/22 दिसम्बर 2013
बिलासपुर जिले के चार वन ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तन किया जायेगा। आज कलेक्टर ठाकुर रामसिंह की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय समिति में वन ग्राम को राजस्व ग्राम में परिवर्तन के संबंध में अनुमोदन किया गया। अब इसे शासन को प्रस्ताव भेजा जायेगा। उक्त ग्रामों के शामिल होने पर जिले में कोई भी वन ग्राम नहीं रहेगा। अब वहां के ग्रामवासियों को सामान्य ग्राम की तरह सुविधा मिलने लगेगा । वन अधिकार मान्यता प्राप्त हितग्राहियों को विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं से लाभान्वित किया जायेगा।
जिले के उक्त चार वन ग्रामों में कोटा तहसील के ग्राम मानपुर एवं मस्तुरी तहसील के कनई, अदराली एवं भरूवाडीह शामिल हैं। बैठक में वन अधिकार मान्यता पत्र प्रदाय के संबंध में भी विस्तृत चर्चा की गई। कलेक्टर ने बताया कि वन अधिकार मान्यता प्राप्त हितग्राहियों को विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं से लाभान्वित किया जायेगा। कृषि विभाग द्वारा प्रमाणित धानबीज, हाईब्रिड मक्का बीज एवं उर्वरक वितरण किया जायेगा। ऐसे सभी वन अधिकार अधिनियम के तहत् मान्यता प्राप्त हितग्राहियों को सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा एक प्रतिशत ब्याज दर पर कृषि ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। ऐसे कृषक सहकारी समिति के सदस्य बन सकते हैं। अब तक ऐसे 1393 हितग्राही लाभान्वित हो चुके हैं। वन अधिकार मान्यता प्राप्त जरूरतमंद हितग्राहियों को इन्दिरा आवास एवं उनके खेत समतलीकरण के लिए भी जिला पंचायत द्वारा स्वीकृत किया जायेगा। कृषि विभाग द्वारा खरीफ वर्ष 2013-14 में वनपट्टाधारक कृषकों को निःशुल्क 30 किलोग्राम प्रमाणित धानबीज, 8 किलोग्राम हाईब्रिड मक्काबीज एवं एक बोरी एन.पी.के.उर्वरक वितरण किया गया है। जिले में आधा एकड़ तक 4 हजार 286, आधा से एक एकड़ तक 6 हजार 236, एक एकड़ से अधिक 5 हजार 264कुल 15 हजार 786 कृषक हैं। इनमें 2028.13 क्विंटल धान, 12 हजार किलोग्राम हाईब्रिड मक्का, 3770.50 क्विंटल उर्वरक एवं 395 उन्नत कृषियंत्र वितरित किया गया है। इसके अलावा वन अधिकार मान्यता प्राप्त हितग्राहियों के लिए अन्य विभिन्न योजनाओं के तहत् लाभान्वित किए जाने के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में समिति के सदस्य जिला पंचायत के उपाध्यक्ष श्री शंकर कंवर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज बंसोड़, अपर कलेक्टर श्री नीलकण्ठ टेकाम, डी.एफ.ओ. श्री पाण्डेय, संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।