बाल विवाह की जांच में पहुची चाइल्ड लाइन की टीम..बन गई विवादित स्थिति..!

बाल विवाह रोकने मोहल्ले वासियों ने की शिकायात

शिकायतकर्ताओं से भिडा आरोपी दल

जांच दल ने उजागर कर दिया शिकायतकर्ता का नाम

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर के मुक्तिपारा में बने अटल आवास में रहने वाले कुछ लोगो के द्वारा महिला बाल विकास विभाग में लिखित शिकायत की गई थी इस मोहल्ले में लगातार कई वर्षो से कुछ परिवारों के द्वारा बाल विवाह कराया जा रहा है जिस पर जांच करने पहुची चाइल्ड लाइन की टीम ने दोनों पक्षों को आमने सामने कर दिया और शिकायत कर्ता की पहचान उजागर होने के कारण वहा विवादित स्थित बन गई। दोनों पक्षों में गहमा गहमी का माहौल निर्मित हो गया, हालाकी मौके पर पुलिस बल मौजूद होने से हाथापाई की स्थति तो नहीं बनी लेकिन मौके की स्थित को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है की अगर वहा पुलिस बल मौजूद नहीं होता तो इन दोनों पक्षों में जम कर मारपीट भी हो सकती थी। फिलहाल चाइल्ड लाइन की टीम पंचनामा बना कर जांच रिपोर्ट महिला बाल विकास विभाग को सौंपने की तैयारी कर रही है। जाँच पूरी होने के बाद मामले में कोई कार्यावाही हो सकेगी।

बहरहाल महिला बाल विकास विभाग और चाइल्ड लाइन की टीम जांच कर रही है, और जांच के बाद कार्याही भी की जाएगी लेकिन जांच दल की एक गलती के कारण इस मोहल्ले में लोगो के बीच आपसी संघर्ष की स्थति बन गई है। दोनों पक्ष आपस में गहमा गहमी करते देखे गए जाँच के दौरान पुलिस बल मौजूद होने के कारण मारपीट की स्थति निर्मित नहीं हुई लेकिन वहा से पुलिस बल जाने के बाद इन दोनों पक्षों में दोबारा विवाद भी हो सकता है। लिहाजा समाज की भालाई करने निकले इन मोहल्ले वासियों को कही नेकी करने की उल्टी ही सजा ना मिल जाए।

ममता… शिकायत करता महिला

शिकायतकर्ता महिला ने बताया की उनके मोहल्ले में कुछ लोगो के द्वारा नाबालिग बच्चियों का विवाह करा दिया जाता है और वर्तमान में भी एक बारह वर्ष की बच्ची की शादी कराने जा रहे है महिला ने बताया की पूर्व में भी इसकी शिकायत आँगनबाडी में व मितानिन से भी की थी लेकिन बाल विवाह नहीं रुका जिसके बाद महिला ने महिला बाल विकास अधिकारी से शिकायत की है।

निशा मिश्रा…महिला बाल विकास अधिकारी सरगुजा

इस सम्बन्ध में महिला बाल विकास अधिकारी ने बताया की इस मामले में चाइल्ड लाइन और महिला बाल विकास विभाग की टीम बनाकर जांच करिया जा रही है, जांच पूरी होने के बाद कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उस मोहल्ले में कैम्प लगाकर लोगो को समझाईस भी दी जाएगी और लोगो की काउंसलिंग की जाएगी जिससे आगे वो ऐसे काम ना करें।