बारिश के दौरान जनदर्शन में उमडा जनसैलाब : एक हजार से ज्यादा लोगों ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात

रायपुर 

मुख्यमंत्री डॉ. रमनसिंह ने अपने साप्ताहिक कार्यक्रम जनदर्शन में आज यहां एक हजार से ज्यादा लोगों से मुलाकात की। रिमझिम बारिश के माहौल में भी सुबह से दोपहर तक जनदर्शन में मुख्यमंत्री से मिलने जनसैलाब उमड़ता रहा। बारिश के बावजूद जनदर्शन परिसर में लगे शेड में लोग बिना किसी दिक्कत के, मुख्यमंत्री से बड़ी आसानी से मिलते रहे। लोगों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में कुर्सियां भी लगाई गयी थीं। डॉ. सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों से आए किसानों से उनकी खेती की तैयारी आदि के बारे में भी जानकारी ली।
आज के जनदर्शन में डॉ. रमन सिंह से 66 प्रतिनिधि मंडलों में शामिल 612 लोगों ने मिलकर विभिन्न सार्वजनिक समस्याओं पर अपनी बात रखी, जबकि लगभग 450 लोगों ने व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में आवेदन दिए। मुख्यमंत्री ने पंचायत प्रतिनिधियों और प्रतिनिधि मंडलों के ज्ञापनों पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए लगभग 50 लाख रूपए के निर्माण कार्यों की मंजूरी दी, जिनमें सीमेंट कांक्रीट सड़क, पुल-पुलिया, मंगलभवन आदि से संबंधित कार्य शामिल हैं। विभिन्न बीमारियों से पीड़ित 26 मरीजों ने भी मुख्यमंत्री से मिलकर चिकित्सा सहायता दिलाने का आग्रह किया। डॉ. सिंह ने इनमें से 23 मरीजों को निःशुल्क इलाज के लिए राजधानी रायपुर स्थित अम्बेडकर अस्पताल भिजवाया और तेरह मरीजों के लिए अधिकारियों को संजीवनी कोष योजना से राशि स्वीकृति हेतु आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। जनदर्शन में पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर भी उपस्थित थे।652 2 ccc
डॉ. रमन सिंह से जनदर्शन में बालोद जिले के वनग्राम अमलीडीह से आए ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधि मंडल ने भी मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री ने उनके आग्रह पर अमलीडीह के शासकीय हाई स्कूल का नामकरण क्षेत्र के लोकप्रिय समाजसेवी और पूर्व शिक्षक स्वर्गीय श्री बंशीलाल भारद्वाज के नाम पर करने की स्वीकृति प्रदान कर दी और कलेक्टर को उनके ज्ञापन पर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए। समग्र जन अभियान महा समिति के प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन में मुख्यमंत्री को बताया कि नामकरण के लिए ग्राम पंचायत खेरथाडीह और ग्राम पंचायत तरौद की ग्रामसभाओं में प्रस्ताव पारित हो चुका है। डॉ. सिंह ने प्रतिनिधि मंडल की भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा कि ग्रामसभाओं में पारित प्रस्ताव के अनुरूप नामकरण में अब कोई दिक्कत नहीं होगी। मुख्यमंत्री को राजनांदगांव से आए श्री चक्रधर कत्थक कल्याण केन्द्र के प्रतिनिधियों ने वहां 25 जून से शुरू हो रहे पांच दिवसीय अखिल भारतीय कत्थक नृत्य कार्यशाला और संगीत समारोह के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का न्यौता दिया। डॉ. सिंह ने आयोजन की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा के नेतृत्व में आए प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को रायपुर जिले के 103 बाल श्रमिक स्कूलों को 30 जून से बंद किए जाने के केन्द्र सरकार के आदेश की जानकारी दी और कहा कि इससे बड़ी संख्या में बच्चों को दिक्कत होगी और लगभग 515 शिक्षक और कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस समस्या पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया और उनका ज्ञापन परीक्षण के लिए मुख्य सचिव को भेजा। स्वास्थ्य विभाग की योजना के तहत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में मानसेवी आधार पर कार्यरत मितानिनों के प्रतिनिधि मंडल ने भी जनदर्शन में डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि प्रशिक्षित मितानिनों को स्वास्थ्य विभाग में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ए.एन.एम.) के पदों में भर्ती में आरक्षण और प्राथमिकता दी जाए। डॉ. सिंह ने उनके ज्ञापन पर त्वरित परीक्षण के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक को निर्देश जारी किए। दुर्ग जिले के ग्राम मौहारीभाठा, मरौदा (नेवई) के लोगों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को जनदर्शन में बताया कि वे विगत 50 वर्षों से रेलवे की भूमि पर निवासरत हैं। अब उन्हें वहां से हटाने का आदेश हुआ है। अगर वहां हमें हटाया जाता है तो उचित व्यवस्थापन किया जाए। मुख्यमंत्री ने उनके आवेदन पर कलेक्टर दुर्ग को व्यवस्थापन के संबंध में परीक्षण के निर्देश जारी किए। राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के ग्राम भुरवा टोला स्थित आई.एस. डी.पी.एस. कॉलोनी के लोगों ने मुख्यमंत्री को जनदर्शन में ज्ञापन सौंपकर बताया कि लगभग साढ़े तीन वर्ष पहले निर्मित इस कॉलोनी में बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा नहीं है। डॉ. सिंह ने उनके ज्ञापन पर कलेक्टर राजनांदगांव को समस्या का निराकरण जल्द करवाने के निर्देश दिए।652 %283%29 ccc
जनदर्शन में धमतरी जिले की ग्राम पंचायत जुनवानी के लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर वहां शीतलापारा में विद्युतीकरण की जरूरत बतायी। इस गांव के श्री प्रीतम सिंह कुंजाम ने डॉ. सिंह को आवेदन देकर बताया कि उन्होंने पांच साल पहले अपने खेत में नलकूप खुदवा लिया है। अब सिंचाई के लिए बिजली के कनेक्शन की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने दोनों आवेदनों पर छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए। बालोद जिले के ग्राम बोरगहन से आए लोगों ने वहां मुख्य सिंचाई नहर के 21वें मील पर नया पुल बनवाने की मांग रखी और कहा कि इससे किसानों को अपने खेतों तक आने-जाने में दिक्कत नहीं होगी। डॉ. सिंह ने उनके ज्ञापन पर भी आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। राज्य लघु वनोपज संघ के अंतर्गत लाख उत्पादन परियोजना में काम कर चुके 136 फील्ड फेसिलिटेटरों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मिलकर बताया कि उन्हें दिसम्बर 2013 से सेवा में नहीं रखने का आदेश हुआ है, जिससे वे बेरोजगार हो जाएंगे। डॉ. सिंह ने उनके ज्ञापन पर अधिकारियों को त्वरित परीक्षण के निर्देश दिए। इसी तरह छत्तीसगढ़ डाटा एण्ट्री ऑपरेटर संघ के प्रतिनिधियों ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक के कार्यालय में सेवा से अलग किए गए डाटा एण्ट्री ऑपरेटरों की बहाली की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने उनका ज्ञापन वन विभाग के प्रमुख सचिव को हटाए गए कर्मियों का उपयोग अन्य कार्यों में किए जाने के बारे में उचित परीक्षण के निर्देश दिए।
 डॉ. रमन सिंह से पैरामेडिकल कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों ने भी मुलाकात की और अम्बेडकर अस्पताल सहित स्वास्थ्य विभाग में उनकी भर्ती के लिए नियम बनवाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने ज्ञापन पर स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश जारी किए। अभनपुर विकासखंड के ग्राम डोमा से आए लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वहां पत्थर और मुरूम खदान के नाम पर सात एकड़ सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा हो रहा है, जिसे रोकने के लिए सघन वृक्षारोपण कराया जाना चाहिए। डॉ. सिंह ने उनके सुझाव पर सहमति व्यक्त की और वन विभाग को निर्देश जारी किए। इसी तरह राजधानी रायपुर के पार्षद श्री सुन्दरलाल जोगी ने ठक्करबापा वार्ड के विभिन्न मोहल्लों में वृक्षारोपण के लिए 2700 नग पौधे और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री-गार्ड की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने उन्हें भी इसमें उचित सहयोग का आश्वासन दिया। धमतरी जिले के ग्राम पोटियाडीह के लोगों ने डॉ. रमन सिंह को ज्ञापन सौंपकर वहां के शासकीय मिडिल स्कूल का उन्नयन हाईस्कूल के रूप में करने का आग्रह किया। डॉ. सिंह ने उनका ज्ञापन स्कूल शिक्षामंत्री को भिजवाया।