बगैर सडक निर्माण ठेकेदार को लाखो का भुगतान : जांच के आदेश

अम्बिकापुर 
ग्रामीणो को मुख्यधारा से और गांव को मुख्य मार्ग से जोडने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना बनाई गई थी। लेकिन सरगुजा जिला मे अधिकारियो की मिलीभगत से इस योजना की धनराशि का जमकर बंदरबांट हुआ है। मौजूदा मामला दरिमा मुख्य मार्ग से क्रांतिप्रकाशपुर पंहुच मार्ग का है। जिसके निर्माण के बिना ही ठेकेदार ने लाखो रुपए हमज कर लिए गए है। unnamed (8)
केन्द्र और राज्य शासन द्वारा आदिवासी बाहुल्य सरगुजा जिला मे वैसे को दर्जनो योजना मे अरबो रुपए का फंड मुहैया कराया गया। लेकिन अधिकारियो की मेहरबानी से योजना का लाभ ग्रामीणो और गांवो की जगह सीधा ठेकेदार ले रहे है। मामला दरिमा जाने वाले मुख्य मार्ग से क्रांतिप्रकाशपुर पंहुच मार्ग का है। जिसके निर्माण के लिए 2008 में 1 करोड 9 लाख रुपए की राशि आबंटित की गई थी। और प्रधानमंमत्री ग्रामीण सडक योजना द्वारा सडक निर्माण का काम रेनबो कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार को दिया गया था। लेकिन सडक का निर्माण तो नही हुआ पर निर्माण के लिए आबंटिक राशि डकार ली गई।
इस मामले को उजागर करने वाले शिकायतकर्ता डी.के.सोनी ने मामले की शिकायत के साथ ही इस बात के संकेत दिए है कि अगर मामले मे शिकायत और जांच के बाद भी अगर कोई कार्यवाही नही होती है तो फिर निकट भविष्य मे मामले से जुडे दोषी अधिकारी , ठेकेदार और जांच करने वाले सभी अधिकारियो के खिलाफ न्यायालय की शरण ली जाएगी।
unnamed (10)सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बगैर सडक निर्माण पीएमजीएसवाई विभाग ने ठेकेदार रेनबो कंस्ट्रक्शन को 48 लाख रुपए दे दिए। जिसके बाद इसकी शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता डी.के.सोनी ने सरगुजा संभाग आयुक्त को की गई है। और संभाआयुक्त ने मामले मे विभाग से 15 दिनो के अंदर जवाब और जांच रिपोर्ट मांगी है। जिसकी जानकारी उपायुक्त ए.पी.साण्डिल्य ने दी है।
क्रांतिप्रकाशपुर की सडक निर्माण के लिए बिना सडक निर्माण 48 लाख रुपए निकाल लिए गए । जिसके बदले ठेकेदार रेनबो कंस्ट्रक्शन ने गांव के मुहाने पर विभाग की योजना की जानकारी मात्र दे दी है। बहरहाल अब देखना है कि इस जांच के बाद गांव मे सडक निर्माण हो पाता है कि फिर ये से अधिकारी और ठेकेदार नए भ्रष्टाचार का मार्ग तलाशते है।