अम्बिकापुर युवा कांग्रेस सरगुजा के जिला महामंत्री सतीश बारी के द्वारा सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.रोहणी प्रसाद को परीक्षा शुल्क में किये गए बढ़ोत्तरी को कम करने के सम्बंध में ज्ञापन सौपा गया और बताया गया कि सरगुजा विश्वविद्यालय के अंतर्गत पढ़ने वाले छात्र सरगुजा अंचल के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रो से आते है अत्यधिक छात्र किसान और मजदूर परिवार के अंतर्गत आते है, पिछले वर्ष प्राइवेट और रेगुलर छात्रों के लिए विभिन्न विषयों के परीक्षा फार्म की राशि लगभग 750 से 800 के बीच थी, परन्तु इस वर्ष आपके द्वारा बढ़ाकर 1000 से 1500 कर दी गयी है जो समझ से परे है। निर्धन और गरीब छात्र -छात्राओं के हितो को देखते हुए तत्काल प्रभाव से राशि को कम की जाये ताकि सरगुजा अंचल के गरीब छात्र भी परीक्षा फार्म भर कर परीक्षा में सम्मिलित हो सके।
परीक्षा फार्म की राशि कम नही किये जाने पर युवा कांग्रेस सरगुजा ,एन. एस.यु आई तथा समस्त महाविद्यालय के छात्रों के द्वारा विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर महाघेराव किया जाएगा जिसकी सम्पूर्ण जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रबंधन की होगी ज्ञापन सौपने वालो में विज्ञान महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष जायसवाल,सूरज गुप्ता,धीरज पटवा,सुरेंद्र गुप्ता,अतुल,राधे,अवि,पंकज,विकास सहित अन्य लोग मौजूद थे।
नेता प्रतिपक्ष ने लिखा पत्र
इस दौरान छात्रो ने अपनी समस्या विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंह देव से फोन पर बताई जिस पर सिंह देव ने विश्वविद्द्यालय के कुलपति को एक पत्र लिखा नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंह देव ने छात्रों के हित मे सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रोहणी प्रसाद को पत्र लिख कर यह बताया है कि सरगुजा विश्वविद्यालय की स्थापना आदिवासी बाहुल्य सरगुजा संभाग के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तायुक्त बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया था, किंतु पिछले 10 वर्षों में विश्वविद्यालय के शिक्षा व्यवस्था की स्थिती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि परीक्षा का आयोजन ,परीक्षाफल की घोषणा, पूरक परीक्षाओ का आयोजन कभी भी समय पर नही हुए। कई छात्रों को विश्वविद्यालय की लेट-लतीफी का शिकार होना पड़ता है और उनका एक वर्ष बर्बाद हो जाता है। वहीं दूसरी ओर छात्रों को सुविधा उपलब्ध कराना छोड़ विश्वविद्यालय केवल परीक्षा शुल्कों में बढ़ोत्तरी करती है। मुझे छात्रों ने फोन पर जानकारी दी है की विश्वविद्यालय ने इस वर्ष परीक्षा शुल्कों में लगभग 40-50 प्रतिशत की वृद्धि की है । 5-10 प्रतिशत की वृद्धि अलग बात है किंतु वर्तमान वृद्धि दर न्यायसंगत नही है आपसे निवेदन है की बढ़े हुए परीक्षा शुल्कों को छात्रहित में तत्काल वापस लिया जाए जिससे की सरगुजा संभाग के निर्धन परिवारों के छात्रों को भी परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर मिल सके । छात्रहित में मेरा आग्रह है कि विश्वविद्यालय परीक्षा शुल्कों में बढ़ोत्तरी को तत्काल वापस लेते हुए छात्रों को राहत देने की दिशा में कार्य करेगी ।