जांजगीर (संजय यादव) एक दिन के कलेक्टर जब कलेक्टरेट आटो से पहुंचे, तो जांजगीर में एक दिन के कलेक्टर को प्रशासनिक बेकद्री झेलनी पड़ी..! ना तो पूछ परख हुई और ना ही स्टेशन पर कोई लेने पहुंचा, आलम ये हुआ कि शैडो कलेक्टर प्रशांत जंघेल को स्टेशन से खुद ही आटो लेकर कलेक्टरेट पहुंचे।
छत्तीसगढ़ सरकार ने यूथ स्पार्क प्रोग्राम के तहत युवाओं को प्रोत्साहित करने एक दिन का शैडो कलेक्टर बनाने का खास प्रयोग किया है।…लेकिन सरकार के इस प्रयोग पर प्रशासन की तरफ से ज्यादा उत्साह जांजगीर में नहीं दिखा।
रायपुर के गुढ़ियारी के रहने वाले प्रशांत जंघेल को जांजगीर-चांपा का कलेक्टर बनाया गया है। बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र प्रशांत जांजगीर स्टेशन पहुंचने के बाद ऑटो में बैठकर कलेक्ट्रोरेट पहुंचे. प्रशासन की ओर से शैडो कलेक्टर को रेलवे स्टेशन लेने कोई भी नहीं पहुंचा. ऑटो से कलेक्ट्रोरेट पहुंचने पर भी कोई अधिकारी बाहर नहीं मिले. यहां भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने शैडो कलेक्टर प्रशान्त जंघेल का स्वागत किया. इसके बाद शैडो कलेक्टर, कलेक्टोरेट परिसर पहुंचे तो यहां भी 10 मिनट तक कोई अधिकारी नहीं मिले, क्योंकि टीएल की मीटिंग चल रही थी. बाद में कलेक्टर स्टेनो पहुंचा औऱ मीटिंग हाल में शैडो कलेक्टर को लेकर गए. यहां कलेक्टर डॉ. एस. भारती दासन के साथ शैडो कलेक्टर प्रशान्त जंघेल मीटिंग में बैठे.
वहीं प्रशांत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जो सपना वो देखा करते थे, वो एक दिन सच भी हो जायेगा, ये कभी नहीं सोचा था। प्रशांत ने कहा कि कई किसानों ने धान खरीदी की शिकायत की, वो इस समस्या को समझेंगे और उसे दूर करने की कोशिश करेंगे।