• लगभग 14.97 करोड़ की लागत से गौरेला के टीकर में निर्मित 500 सीटर छात्रावास का लोकार्पण
रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को पेण्ड्रा रोड के गुरूकुल क्रीड़ा परिसर में प्रदेश के नवगठित 28वें जिले ‘गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही’ का उद्घाटन किया. इसके साथ ही इस क्षेत्र के लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो गई. ग़ौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने 15 अगस्त 2019 को स्वतंत्रता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले की घोषणा की थी.
मुख्यमंत्री ने ‘गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही‘ जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का लोकार्पण किया. श्री बघेल ने कार्यक्रम में गौरेला के टीकर में आदिम जाति कल्याण विभाग के नवनिर्मित 500 सीटर छात्रावास भवन का लोकार्पण किया. इस भवन का निर्माण 14 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत से किया गया है. श्री बघेल ने गौरेला-केंवची मार्ग पर 3 करोड़ 48 लाख रूपए की लागत से बनने वाले दो उच्चस्तरीय पुलों का भूमि-पूजन किया. इस मार्ग पर वर्तमान में निर्मित पुल सोकछार जलाशय के डुबान क्षेत्र में आने के कारण वर्षा ऋतु में यातायात अवरूद्ध हो जाता है. नए पुलों के निर्माण से क्षेत्रवासियों की इस समस्या का समाधान हो सकेगा.
नवगठित जिले में तीन तहसील तथा तीन विकासखण्ड गौरेला, पेण्ड्रा और मरवाही शामिल हैं. जिनमें कुल 166 ग्राम पंचायतें, 222 गांव और 2 नगर पंचायत गौरेला और पेण्ड्रा समाहित हैं। इस जिले का क्षेत्रफल 1 लाख 68 हजार 225 हेक्टेयर हैं. इस जिले में कुल सिंचित रकबा 6290 हेक्टेयर और कुल असिंचित रकबा 64 हजार 352 हेक्टेयर हैं. इस नवगठित जिले में मरवाही विधानसभा के 200 गांव और कोटा विधानसभा के 25 गांव, कोरबा लोकसभा क्षेत्र के 200 गांव और बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के 25 गांव समाहित हैं.
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरण दास महंत, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, विधायक रेणु जोगी सहित बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री के गुरूकुल परिसर पेण्ड्रा रोड पहुंचने पर नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया. शुभारंभ अवसर पर नर्तक दलों ने आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया.