सीतापुर अनिल उपाध्याय-पत्नी के नाम चेक काटकर पंचायत की राशि गबन करने का आरोपी सचिव कार्रवाई के डर से अधिकारी को चकमा दे फरार हो गया।सचिव ने अधिकारियों को चकमा उस वक्त दिया जब देवगढ़ निवासी सुभाष उराँव की शिकायत के बाद एस डी एम के निर्देश पर तहसीलदार कैशबुक,चेकबुक एवं अन्य दस्तावेज जब्त करने सचिव के बताए अनुसार उसके घर रजौटी जा रहे थे इसी बीच बाइक सवार सचिव अधिकारियों को चकमा दे बीच रास्ते से फरार हो गया जिससे अधिकारीयो को दस्तावेज जब्त किये बिना ही बैरंग हाथ वापस लौटना पड़ा।
प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम-पंचायत देवगढ़ में पदस्थ सचिव उग्रसेन दास ने 16 नवम्बर को अपनी पत्नी के नाम एक लाख बीस हजार का चेक काट कर पैसा आहरण कर लिया इसके अलावा उसने सरपंच पति एवं उप-सरपंच के नाम भी चेक काट कर सरकार को लाखों का चूना लगा दीया।इस मामले में मंडल अध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा सुभाष उराँव ने लोक सुराज अभियान के दौरान ग्राम सोनतराई में आयोजित समाधान शिविर में सचिव के ऊपर बीस लाख रुपये की राशि गबन करने का आरोप लगा एस डी एम को ज्ञापन सौंपा और जाँच की माँग की।शिविर के दौरान एस डी एम ने तत्काल सरपंच उप-सरपंच एवं सचिव को तलब कर पूछताछ की सचिव द्वारा संतोषजनक जबाब नही दिये जाने से नाराज एस डी एम ने पंचायत का कैशबुक,चेकबुक एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज जमा करने सचिव को निर्देश दिये और तहसीलदार व्ही एस सारथी को सारे दस्तावेज जब्त करने को कहा।
सचिव ने सारे दस्तावेज ग्राम-पंचायत के बजाये अपने घर ग्राम रजौटी मे रखने की बात कही।दस्तावेज जब्त करने अधिकारी सचिव संग ग्राम रजौटी निकले इस दौरान तहसीलदार अपनी वाहन में थे जबकि सचिव अपनी बाइक में सवार था।इसी बीच मामला पकड़ में आने की डर से सचिव उग्रसेन दास मौका देखते ही अधिकारियों के आखों में धूल झोंक फरार हो गया।सचिव के फरार हो जाने से अधिकारियों को बिना दस्तावेज के खाली हाथ बैरंग लौटना पड़ा।सचिव के इस तरह फरार हो जाने से यह तो स्प्ष्ट हो गया कि लोगो द्वारा उसके ऊपर लगाये गये आरोप सही है जिससे बचने के लिये वो भागता फिर रहा है।
इस संबंध में एस डी एम पुष्पेंद्र शर्मा ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये कहा कि सरकारी पैसों का जिस प्रकार से इन्होंने दुरुपयोग किया है वो अपराध की श्रेणी में आता है।इस मामले में सभी को जेल भी जानी पड़ सकती है।उन्होंने सचिव की धर-पकड़ करा उचित कार्रवाई करने की बात कही है।