निर्वाचन कार्य मे लापरवाही..9 कर्मचारियों पर गिरी गाज.. कलेक्टर ने 24 घण्टे के भीतर मांगा जवाब…

धमतरी.. कलेक्टर सीआर प्रसन्ना ने निवार्चन के तैयारी के कार्यो में अनुपस्थित रहने पर 4 पटवारियों और 5 राजस्व निरीक्षको को नोटिस जारी कर 24 घण्टे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के आदेश दिए है..

दरसल छत्तीसगढ़ में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले है..तथा राजनैतिक दलों के अलावा प्रशासन भी चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है..और इन्ही तैयारियों के तहत जिले में VVPAT यानी वोटर वेरिफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल का प्रथम चरण का कार्य किया जा रहा है..जिसमे 4 पटवारी और 5 राजस्व निरीक्षक(आरआई) बगैर किसी सूचना के अनुपस्थित पाए गए थे..जिन्हें कलेक्टर सीआर प्रसन्ना ने नोटिस जारी कर जवाब तलब करने के आदेश दिए है..

  • क्या है?..VVPAT

बता दे की वोटर वेरीफ़ाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी (वीवीपीएट) व्यवस्था के तहत वोटर डालने के तुरंत बाद काग़ज़ की एक पर्ची बनती है..इस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उनका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है..ये एक तरह से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का पोस्टमार्टम है..यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके..
ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची सात सेकंड तक दिखती है..भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ने यह मशीन 2013 में डिज़ायन की थी..और इसका सबसे पहले इस्तेमाल नागालैंड के चुनाव में 2013 में हुआ.. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने वीवीपैट मशीन बनाने और इसके लिए पैसे मुहैया कराने के आदेश केंद्र सरकार को दिए..चुनाव आयोग ने जून 2014 में तय किया की अब देश मे होने वाले चुनावो में सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा..