अम्बिकापुर
अम्बिकापुर नगर पालिक निगम की सामान्य सभा की बैठक बुधवार को 10 प्रस्तावित एजेंडो के साथ शुरु हुई, निगम के कंपनी बाजार स्थित सामुदायिक भवन मे आय़ोजित इस बैठक मे निगम के सत्ता पक्ष ने कई कठोर और अहम प्रस्ताव लाकर उसे पारित करा लिया, तो इस प्रस्ताव को खारिज नही करा पाए सत्ता पक्ष ने इन पारित प्रस्तावो पर निगम की सत्ताधारी कांग्रेस को मदमस्त और मस्त बता कर उन पर गंभीर आरोप लगाया है।
अम्बिकापुर नगर पालिक निगम ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत खूब ख्याति प्राप्त कर ली है, लेकिन लगता है निगम के प्रशासनिक व्यवस्था के अंदर की सफाई कर पाने मे निगम प्रबंधन पूरी तरह से फ्लाप है। आज नगर पालिक निगम की सामान्य सभा की बैठक मे सत्ताधारी दल ने एक ऐसा प्रस्ताव लाया जो शायद छत्तीसगढ के नगरीय निकाय इतिहास के लिए अद्वितीय हो सकता है। दरअसल बुधवार की दोपहर से देर शाम तक चलती रही सामान्य सभा की बैठक मे 10 ऐजेंडो के साथ सत्ता पक्ष ने सदन मे लाए प्रस्ताव मे निगम आय़ुक्त एल के सिंगरौल को हटाने का प्रस्ताव लाया, जिसे सत्ताधारी कांग्रेस ने अपने पार्षदो की सहमति से पास करा लिया, उसके बाद सत्ताधारी दल ने शहर मे प्रशासन द्वारा बनाई गई दुकान ना बनाने देने का प्रस्ताव लाया, जिसे भी संख्या बल के कारण पक्ष ने पारित करा लिया।
महापौर द्वारा रखे गए दोनो कडे और अहम प्रस्ताव निगम की समान्य सभा मे पारित होने के बाद निगम के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा पार्षदो ने पलटवार किया, नेता प्रतिपक्ष जन्मजय मिश्रा के मुताबिक केन्द्र की योजनाओ को छोडकर सत्ताधारी कांग्रेस ने जनता की हित मे कोई काम नही किया है, जिसके कारण वो निगम आयुक्त को निशाना बना रहे है।
अम्बिकापुर निगम बनने के बाद दो बार सत्ता मे रहने के बाद तीसरी बार कांग्रेस निगम की सत्ता पर काबिज है, और पिछले दो वर्ष मे अगर स्वच्छता अभियान के अलावा किसी निर्माण या कार्य पर ध्यान दिया जाए, तो निगम पर सत्ताधारी दल ने पिछले दो वर्षो मे निगम मे कोई उल्लेखनीय कार्य नही किया है, बहरहाल निगम आयुक्त को हटाने का प्रस्ताव पारित करा कर सत्ताधारी दल अब इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजने की तैयारी मे है,, ऐसे मे देखना है राज्य सरकार इस प्रस्ताव पर क्या निर्णय लेती है।
हालाकी ऐसे मामलो में परिषद के निर्णय को ही माना जाता रहा है और इस मामले में भी अम्बिकापुर निगम आयुक्त का यहाँ से जाना लगभग तय है लेकिन राज्य शासन प्रशासनिक व्यवस्थाओं के तहत क्या निर्णय लेगा यह अम्बिकापुर नगर निगम के लिए अहम् बात होगी।