बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..प्रदेश भर में आज अंतागढ़ टेप कांड और नान घोटाला छाया रहा..प्रदेश की सत्ता में काबिज कांग्रेस ने आज प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल मे हुये इन दो बहुचर्चित मामलों को लेकर ..प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर आज सभी जिला मुख्यालयों में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी व रमन सिंह का पुतला दहन करने की योजना बनाई थी..और प्रदेश की कुछ जिलो में ऐसा हुआ भी..वही सरगुजा बलरामपुर में ऐसा नजारा नही था..यहाँ सड़को पर कांग्रेसी मौजूद नही थे.. और फिर क्या शाम हो गई..और बड़ी आसानी से संगठन के फरमान को ठेंगा मिल गया..
दरअसल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जो विरोध प्रदर्शन करने की कार्ययोजना थी ..उसे उनके अपनो ने ही नकार दिया..एक दिन पहले प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन से जारी हुए इस फरमान के बाद छत्तीसगढ़ के कुछ जिलो में निर्धारित कार्यक्रम हुए..और दोपहर बाद राजीव भवन ने दूसरा फरमान जारी किया..जिसमे हर ब्लाक मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन करने के निर्देश थे..मगर वह फरमान भी दूरी के हिसाब से आते-आते बलरामपुर में थक से गये..या यूं कहें कि पहुँच ही नही पाए..लेकिन जिले के अन्य ब्लाक मुख्यालय जैसे कुसमी,शंकरगढ़, राजपुर में यह कार्यक्रम हुए..मगर जिला मुख्यालय अछूता रह गया..और जिम्मेदार पदाधिकारियो ने तो अपने जिले से बाहर होने की बात कहकर इस फरमान पर पूर्ण विराम ही लगा दिया..
बता दे कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस 68 सीटों पर काबिज हुई..उन 68 सीटों मे से बलरामपुर जिले की दो सीटें सामरी और रामानुजगंज भी उसी झोली में शामिल है..लेकिन फिर भी संगठन के फरमान की अव्हेलना समझ से परे है..क्योकि बलरामपुर भी ब्लाक मुख्यालय के साथ -साथ जिलामुख्यालय है..
वही सुबह से आज विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर चौक चौराहों पर कानून व्यवस्था दुरुस्त थी..पुलिस जवान रात तक ड्यूटी पर डटे रहे कि.. ना जाने कब कौन नेता किधर से आये..और विरोध प्रदर्शन में जुट जाए..मगर बलरामपुर की किश्मत में वह विरोध प्रदर्शन लिखा ही नही था..