रायपुर / भिलाई
आम उपभोक्ताओं द्वारा उपयोग में लाए जा रहे दूध की जांच के लिए छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ और कामधेनु विश्वविद्यालय द्वारा संचालित दूध का दूध – पानी का पानी अभियान अब इस्पात नगरी भिलाई में शुरू हो गया। अभियान के तहत जांच दल द्वारा आज सेक्टर-10 भिलाई में शिविर लगाकर दूध के सौ सेम्पल का परीक्षण किया गया। इनमें 25 मानक एवं 75 अमानक स्तर के पाए गए। अमानक स्तर का दूध लगभग 75 प्रतिशत था। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि कल 15 अक्टूबर को धन्वंतरी अस्पताल के पास नेहरू नगर चौक भिलाई में शिविर लगाकर चलित प्रयोग शाला के माध्यम से उपभोक्ताओं के सामने उनके द्वारा लाए गए दूध की जांच कर शुद्धता और अशुद्धता की जानकारी दी जाएगी।