अम्बिकापुर
वर्दी के नशे में चूर होकर जब पुलिस वाले ही गुण्डा गर्दी पर उतर आए तो फिर समाज मे असुरक्षा की भावना स्वाभाविक है। कुछ ऐसा ही हुआ हैं उदयपुर थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम कोटमी में एक परिवार के साथ । दरअसल ग्राम कोटमी से एक परिवार दशहरा देखने मनाने रतनपुर के लिए निकला था पर पुलिस वालो ने उन्हे रात भर थाने में रखा उनके साथ मारपीट की इतना ही नही उन्हे स्वच्छता अभियान को ध्यान रखकर थाने की साफ सफाई भी करवाई ।
अपनी आखों में खौफ लिए सरगुजा पुलिस कप्तान के दफ्तर के सामने खङे यह ग्रामीण अपने साथ हुई मारपीट का हिसाब मांगने पहुंचे हैं । जी हां दरअसल यह ग्रामीण उदयपुर थाना अन्तर्गत आने वाले ग्राम कोटमी के रहने वाले हैं जिन्हे पुलिस की गुण्डा गर्दी का शिकार होना पङा हैं । पुलिस के 7 जवानो ने मजदूरी करने वाले ग्रामीणों पर लाठीयां बरसाई साथ ही उनके साथ काम करने वाले राजस्थान के ट्रेक्टर चालक विजेन्द्र राम को पुलिस ने उसके घर से ले जाकर जवानो ने जमकर पीटाई कर दी जिससे उसका हाथ टुट गया हैं साथ ही उसे कई चोंटे आई हैं,,,,,
2अक्टूबर को अपने परिवार के साथ रतनपुर दशहरा देखने के लिए निकले एक परिवार को पुलिस की निर्ममता का शिकार उस वक्त होना पङा जब वह सङक पर बैठ बस का इंतजार कर रहे थे …ठिक उसी समय उस परिवार के दो लङको को अपने मजदूरी का पैसा लेना भारी पङ गया वह पैसा लेने मालिक के पास पहुंचे पर तभी पुलिस पहुंची और उनके साथ मारपीट करते हुए उन्हे थाने ले आई महिलाओं के साथ ही पुलिस के जवानों ने बच्चों को भी रात भर थाने में रखा और महिलाओं से बत्तमीजी की इतना ही नही रात भर ग्रामीण से मारपीट भी की ।
पुलिस के जवानों के वर्दी की गर्मी यहीं तक सिमित नही थमी बल्कि रार भर बिना किसी कसुर के थाने मे महिलाओ और बच्चों को रखने के बाद सुबह उनसे देश भर में चल रहे स्वच्छता अभियान को भी भुनाने के लिए बच्चों और महिलाओं से पुरे थाने की सफाई कराई गई ,,जिसमें महिलाओ और बच्चों से कचरा उठवाया गया और झाङु लगवाया गया फिर जाकर दोपहर को उन्हे छोङ दिया,,
वहीं सरगुजा पुलिस अधिक्षक के मुताबिक 2 तारीख की रात उदयपुर पुलिस को सुचना प्राप्त हुई की कोटमी गांव के कुछ लोगों के द्वारा गांव के ग्रामीणों को काम कराने के लिए बाहर ले जाया जा रहा हैं । जिस पर पुलिस ने उन्हें बस स्टैण्ड से थाने ले आई थी । उन्होने कहा की इस मामले की जांच कराई जा रही हैं साथ ही मारपीट के मामले में उन्होने कहा की मारपीट की जांच एसडीओपी सीतापुर को सौंपी जाएगीं उसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी ।