- हादसे में युवक की मौत के बाद परसा के ग्रामीणों ने खदान का काम कर दिया था ठप्प
सरगुजा(अम्बिकापुर)
परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोल परियोजना का काम सोमवार को दोपहर पश्चात् फिर से शुरू हो गया। प्रशासन एवं पुलिस बल की उपस्थिति में कम्पनी प्रबंधन और मृतक युवक के परिजन एवं ग्रामीणों के बीच में विभिन्न शर्तो पर आज समझौता होने के बाद शुक्रवार शाम से बंद खदान का काम फिर से शुरू हो गया।
हादसे में 26 वर्षीय मोहन मंझवार की मौत के बाद आक्रोशित परसा के ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुये खदान का काम ठप्प कर दिया था एवं युवक की लाश को सड़क पर रखकर भी प्रदर्शन किया था। खदान के अंदर जाने वाली सड़क को भी चेक प्वाइंट के पास खोदकर गड्ढा कर दिया गया था । जिससे कोयला लोड वाहन भीतर ही फंसकर रह गये थे, फंसी हुई गाडि़यों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़ फोड़ भी किया था । गहमा गहमी एवं तनावपूर्ण महौल होने के कारण काम शुरू नही हो पा रहा था, प्रशासन एवं पुलिस बल के अधिकारियों के द्वारा समझाईश दिये जाने के बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नही थे। मृत युवक की पत्नी को आदानी प्रबंधन के द्वारा तात्कालिक सहायता के रूप में 25,000/- दिये गये थे एवं किसी एक परिजन को नौकरी में रखे जाने का भी आश्वासन दिया गया था। इन सब चर्चाओं के बाद भी सहमति नही बन पायी थी। ग्रामीणांे की मांग थी की अदानी प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी खुद सामने आकर बात करें तभी कोई रास्ता निकल सकता है। इसी तना तनी में तीन बीत जाने के बाद सोमवार के दोपहर को खदान के मेन गेट में अदानी प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी एन.एम.शर्मा एवं कम्पनी के अन्य अधिकारी ग्रामीणों से बात करने पहुंचे साथ में प्रशासन की ओर से तहसीलदार उदयपुर मिथिलेश कुमार डोंडे, नायब तहसीलदार पवन कोसमे भी दल बल के साथ मौके पर मौजूद थे। किसी अप्रिय स्थिति को टालने के लिये उदयपुर थाना के प्रभारी ए.एस. आई. संतोष सिंह भी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। इन सबकी मौजूदगी में मृतक की पत्नी को नौकरी पर रखे जाने एवं उसके खाते में दो लाख रूपये जमा कराने प्रभावित क्षेत्र के बेरोजगार लोगों को योग्यतानुसार रोजगार देने, प्रभावित क्षेत्र परसा केते में सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा व्यवस्था एवं मूलभूत सुविधायें प्रदान करने के आश्वासन पर सहमति बनी।