अम्बिकापुर 27 मई 2014
- जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने तहसील गठन एवं पुर्नगठन की मांग की
तहसील गठन एवं पुर्नगठन आयोग के अध्यक्ष पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी श्री सुयोग्य कुमार मिश्र ने संभाग मुख्यालय सरगुजा में संभाग स्तरीय जन सुनवाई किया। इस अवसर पर सरगुजा संभाग के जिले के जन प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों ने स्थानीय ग्रामीण लोगों के जन सुविधा, आवागमन एवं दूरी को देखते हुए तहसील गठन एवं पुर्नगठन के संबंध में जानकारी दी तथा इस आशय का मांग पत्र आयोग के अध्यक्ष को सौंपा।
जिला कार्यालय अम्बिकापुर के सभा कक्ष में आज निर्धारित तिथि के अनुसार तहसील गठन एवं पुर्नगठन आयोग के द्वारा संभाग स्तरीय जन सुनवाई का जन प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में किया गया। तहसील गठन एवं पुर्नगठन आयोग के अध्यक्ष पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी श्री सुयोग्य कुमार मिश्र एवं सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन तथा आयोग के सचिव श्री एस.एल. नायक की उपस्थिति में तहसील गठन एवं पुर्नगठन पर संभाग स्तरीय जन सुनवाई की गई। आयोग के अध्यक्ष ने जन सुनवाई के पूर्व उपस्थित जन प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिक तथा अन्य उपस्थित लोगों से कहा कि तहसील गठन एवं पुर्नगठन से कुछ लोगों को सुविधा की दृष्टि से नजदीक एवं कुछ लोगों से दूर होगा। उन्होंने जानकारी दी कि जून 2014 के अंत तक तहसील एवं विकासखण्ड पुर्नगठन का प्रस्ताव जमा कर राज्य शासन को दिया जाना है। राज्य शासन की मंशा के अनुरूप नए तहसील का गठन एवं पुर्नगठन के लिए नियम एवं शर्तें तय की गई हैं। इसके तहत तहसील गठन एवं पुर्नगठन के लिए राजस्व का प्रकरण पटवारी हल्का नंबर सहित कई मापदण्ड के संबंध में जानकारी दी। विधायक डाॅ. प्रीतम राम, श्री चिंतामणी महाराज एवं पूर्व विधायक श्री देवेश्वर सिंह, जिला पंचायत के सदस्य एवं गणमान्य नागरिक तथा प्रबुद्ध नागरिकों ने आयोग के समक्ष कहा कि स्थानीय जन सुविधा, आवागमन एवं दूरी को देखते हुए तहसील का गठन एवं पुर्नगठन करना उपयुक्त होगा। अम्बिकापुर से 2-3 किलोमीटर दूर सूरजपुर जिला के सीमा में आता है। यहां का रेल्वे स्टेशन सूरजपुर जिले में है और अम्बिकापुर 13 किलोमीटर दूर बलरामपुर जिले में आता है और वहां के ग्रामीणों को बलरामपुर जाना बहुत दूर होता है। आयोग के समक्ष उपस्थित लोगों ने जन सुविधा, दूरी एवं आवागमन के आधार पर तहसील गठन के संबंध में अपना पक्ष एवं आम जनता की राय से अवगत कराया। संभाग स्तरीय जन सुनवाई में संभाग के सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, अम्बिकापुर एवं जशपुर जिले के उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने अपने-अपने क्षेत्र के जन सुविधा,आवागमन एवं दूरी के अनुसार तहसील गठन की मांग की।
अम्बिकापुर जिले के लोगों ने मांग किया कि केन्द्रीय विद्यालय एवं रेल्वे स्टेशन बहुत ही पास 3 किलोमीटर दूरी पर है और वह सूरजपुर जिले में आता है, उसे अम्बिकापुर में शामिल करने की मांग की। इसी प्रकार पूरे राजपुर विकासखण्ड को अम्बिकापुर में रखने की मांग की गई। आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों ने सूरजपुर जिले के सिलफिली एवं लटोरी को तहसील बनाने की पुरजोर मांग की गई। सूरजपुर जिले के लटोरी एवं सिलफिली को सरगुजा जिले से शामिल करने की मांग की। आयोग के समक्ष चांदो एव सामरी को नक्सल प्रभावित होने के कारण तहसील बनाये जाने की मांग की गई। जन प्रतिनिधि एवं आम जनता ने बरियो को तहसील एवं विकासखण्ड बनाए जाने की मांग की। जिसे आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य द्वारा गंभीरतापूर्वक सुना गया।