अम्बिकापुर
नमनाकला निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति की डेंगू से मौत हो गई है । मृतक का इलाज अम्बिकापुर के जिला अस्पताल और होली क्रास अस्पातल में भी हुआ था । लेकिन हालात बिगडने के बाद डेगू पीडित को बिलासपुर के अपोलो अस्पातल में भर्ती कराया गया था… लेकिन वंहा भी हालत नही सुधरी और उसकी मौत हो गई ।
दरअसल अम्बिकापुर के नमनाकला शनि मंदिर के पास रहने वाले 50 वर्षीय सुरेश सोनवानी की तबियत बिगडने पर चार पांच दिन पहले जिला अस्पातल में भर्ती कराया गया था। लेकिन वंहा तबियत पर नियंत्रण ना होने पर सुरेश सोनवानी को परिजनो नें अम्बिकापुर के होली क्रास अस्पताल में भर्ती कराया था.. वंहा डाक्टरो ने कई टेस्ट करके मरीज पर डेगू का लक्षण बताया,,, जिसके बाद परिजनो नें सुरेश सोनवानी को बीते 23 तारिख को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया… लेकिन अम्बिकापुर में इलाज में हुई लेटलतीफी के कारण सुरेश के शरीर में प्लेटलेट्स हो गई थी… लिहाजा बिलासपुर के अपोलो अस्पातल में भी उसकी तबियत में सुधार नही हुआ , और कल 24 सितंबर को उसकी मौत हो गई । डेंगू से मौत के बाद आज मृतक के शव को लेकर परिजन अम्बिकापुर स्थित निवास पर पंहुचे है।
जिला अस्पताल की लापरवाही उजागर
जानकारी के मुताबिक सुरेश कुमार को जिला अस्पातल में इलाज के लिए जब भर्ती किया गया था। तो डाक्टरो नें उसको मामूली बुखार समझ कर उसकी किसी तरह की जांच नही कराई थी। जिससे उसकी तबियत और बिगड गई और नतीजतन परिजनो को बेहतर इलाज के लिए बिमार को होली क्रास अस्पताल और फिर बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया था। और अम्बिकापुर में इलाज में हुई लापरवाही के कारण 50 वर्षीय सुरेश सोनवानी की आखिरकार मौत हो गई।
बस्ती में कुछ और भी बुखार पीडित
डेंगू से मौत मामले में ये भी पता चला है कि मृतक नमनाकला निवासी शनिमंदिर के पास का रहने वाला था। और उस बस्ती में कुछ और लोग भी बुखार से पीडित है। जिनमें से 4-5 लोगो को पिछले पांच दिनो से बुखार है। जिसको देखते हुए जरुरी है कि स्वास्थ महकमा जल्द से जल्द आस पास बुखार पीडित लोगो का स्वास्थ परीक्षण कराए,, नही तो डेगू के ये प्राणघातक बिमारी लोगो के साथ स्वास्थ महकमें के लिए मुसीबत बन सकती है।