रायपुर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जंगल सफारी पहुंचे। वहां उनके समक्ष बाघ के तीन शावकों को पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री ने इन तीन शावकों का नामकरण भी किया। एक शावक का नामकरण अबूझमाड़ के टाईगर बॉय ‘चेन्दरू‘ के नाम पर तथा दो अन्य शावकों का नामकरण कान्हा और बिजली किया गया। जंगल सफारी में इस वर्ष सात जून को किशोरी नाम की बाघिन ने इन शावकों को जन्म दिया था। बाड़े में पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किए गए ये तंदरूस्त शावक अपनी मां किशोरी के साथ अठखेलियां कर मनोरम दृश्य प्रस्तुत रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस दृश्य को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया।
मुख्यमंत्री ने इसके पहले जंगल सफारी के खड़वा जलाशय में परिस्थितिक संतुलन की दृष्टि से मछलियां भी छोड़ी। वन मंत्री महेश गागड़ा के साथ वोट में सवार होकर मुख्यमंत्री खड़वा जलाशय के मध्य में पहुंचे और उन्होंने वहां कलश में रखी गई मछलियां जलाशय में छोड़ी। जलाशय में पांच लाख मछलियां छोड़ी गयी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन सी.के. खेतान, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा सुनील कुजूर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक आर.के. टमटा और प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी आर.के. सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।