जशपुर के राज हत्याकांड मे दूसरे दिन भी नही थमा आक्रोश,, सडको पर दिखा जनआक्रोश..

दूसरे दिन भी नहीं थमा आक्रोस
महिलाओ ने निकाली रैली 
सडक पर मचा बवाल, कैसे ठंडी होगी आक्रोष की आग
जशपुरनगर

13 साल के राज की हत्या के बाद से लोगो का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। आज सुबह से हीं जगह-जगह चक्का जाम और रैलियों का सिलसिला चलता रहा। मृतक राज के परिवार की महिलाओ के साथ-साथ पुरे षहर की महिलाओं ने भी रेली निकाल के आरोपियो को फासी की सजा देने की मांग की आंदोलन कार्यो ने पुरे षहर में घुमकर कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन भी किया और कई जगह तोड़ फौड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। कलेक्टेªड पर आंदोलन करते आंदोलन कारी एडियम की समझाइस के बाद षांत होकर वापस लोट गए और वापस लोटते वक्त खाली दुकानो को आग के हवाले कर दिया। षहर में तनाव पुर्ण स्थिति के बाद पुलिस ने जगह-जगह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कल से ही बना रखी हैं। पिछले दो दिनो से षहर पुरी तरह बंद है और षहर में करफ्यू सा माहोल है षहर के मौटर वाहन एजेंट एसोसियसन और जषपुर के विधायक राज षरण भगत ने भी आंदोलन में अपनी भूमिका निभाई और षहर के गम्हरिया चैक पर एन.एच 43 पर द्यण्टो जाम लगाऐ रखा। राज सिंह छात्र की हत्या के बाद से हीं षहर में तनाव की स्थिति बनी हुई हैं। आंदोलन कारी और पुलिस के बीच हल्की फुल्की झड़प भी हुई। इस आंदोलन में षहर के बच्चे महिलाए तक ने आंदोलन किया और छात्र राज के हत्यारो को फांसी सजा की मांग की।

jsp 7

परिवार पर टुटा दुखों का पहाड़……


यष राज सिंह चार बहनों में एकलौता भाई था। राज के पिता लम्बे अरसे से बिमार हैं जिसके कारण वे बिस्तर पर ही रहते हैं। राज की बड़ी बहन एक निजी कम्पनी में कार्यरत है और इसी के सहारे उनका घर चलता था। छोटे भाई को पढ़ा लिखा कर अपने मां बाप का सहारा बनाना चाहती थी। घर के एकलौते चिराग की निर्मम हत्या नें पूरे परिवार को झंझोर कर रख दिया है। इस घटना से पूरे परिवार पर दुःखों का पहाड़ टुट पड़ा है।
jsp 5jsp 3

ढ़ाढस बंधाने उमड़ी भीड़
इस दुखद घटना के बाद राज के घर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आस-पास के लोग राज की मां को ढ़ाढस दिला रहे हैं। राजा रणविजय प्रताप सिंह जूदेव नें कल घटना के तुरंत बाद राज के घर जा कर राज की मां और बहन को हिम्मत से काम लेने को कहा। इसके साथ ही प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, राजषरण भगत, गणेष राम भगत भी राज के परिवार में ढ़ाढस बांधने पहुंचे।

 
मां के कलेजे का टुकड़ा हो गया दूर
मां का लाड़ला बेटा मां से अब बहुत दूर हो गया है। अपने बच्चे के शव को अपने सामने देखकर मां का हाल बेहाल हो गया। मां नें अपने बच्चे को लेकर कई सपने संजोये थे पर इस घटना मां के सारे सपने को तोड़ कर रख दिया है। मां की पूरी दुनिया लुट सी गयी।
खून के बदले खून…. फांसी की ही सजा हो…..
मैने अपने भाई को बचपन से एक बच्चे की तरह पाला था। एक खरोच तक उसे आने नहीं देते थे वह हमारा लाडला था और इन जालिमों नें मेरे भाई गाजर मूली की तरह काट डाला। वह तड़प-तड़प कर मर रहा था और उस समय उसके पास कोई नहीं था। वह अंतिम समय में पानी के लिये तड़पा होगा। मुझे आरोपियों की मौत चाहिए मुझे खुन के बदले खुन चाहिए।ं और अगर कानून यह सजा नहीं दे सकता तो आरोपियों को मेरे भाई-बहनों मेरे जषपुर वासियों के हवाले कर दें। हम उन्हे मौत के घाट उतार देंगे। किसी भी कीमत पर मुझे आरोपियों के लिये फांसी की सजा चाहिए। ये कहना राज की बहन सुमन का है जो अपने भाई के लिये फांसी की मांग कर रही है।

 

जशपुर वासियों से निवेदन…..
राज की बड़ी बहन सुमन सिंह  ने जशपुर वासियों से निवेदन  किया है कि वह अंतिम समय तक मेरा साथ दें जब तक मेरे भाई हत्यारों को फांसी की सजा ना मिले तब तक मेरे साथ लड़ते रहें मुझे आपके साथ की जरूरत है।

इधर राज की बहन की हिम्मत बांधते हुए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव नें यकीद दिलाया कि हम आपके और दुख में आपके साथ हैं और आरोपियों को कड़ी सजा मिले इसके लिये मैं पूरा प्रयास करूंगा। अल्संख्यंको द्वारा सरकारी जमीनों में कब्जा करने वालों और जिनके राषन कार्ड बनें हैं इन पर सक्त कार्यवाही की जायेगी।