जवानों में देशभक्ति का जज्बा सबसे जरूरी : राज्यपाल

रायपुर 24 नवंबर 2014

राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन आज यहां रायपुर में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित थल सेना भर्ती रैली का फ्लैग ऑफ कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री टंडन ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें अपने देश की सेना एवं जवानों पर गर्व है। सेना के जवानों ने देश की सेवा के लिए अपूर्व त्याग एवं बलिदान की मिसाल कायम की है। देश के जवानों में देशभक्ति का जज्बा होना बहुत जरूरी है। यदि इस भावना के साथ जवान आगे बढ़ेंगे तो एक जवान सौ जवानों के बराबर होते हैं।
उन्होंने कहा कि आज भारतीय थल सेना की भर्ती प्रक्रिया को समीप से देखने का अवसर मिला। यह एक पूर्णतः पारदर्शी प्रक्रिया है, जिसमें हर यूनिट भर्ती के विभिन्न स्तरों पर अलग-अलग प्रकार के परीक्षण कार्यों को कर रही है और सेना के मापदण्डों के अनुसार जवानों के लिए हर प्रकार के परीक्षण योजनाबद्ध तरीके से किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना में कैरियर के बेहतर अवसर हैं। जिस रूचि, उत्साह एवं जोश के साथ प्रदेश के जवान इस रैली में भाग ले रहे हैं, इससे सेना में छत्तीसगढ़ के जवानों की सहभागिता बढ़ेगी। हमें प्रदेश में अधिक से अधिक युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने की जरूरत है। राज्यपाल श्री टंडन ने अत्यंत जिज्ञासा एवं उत्साहपूर्वक भर्ती प्रक्रिया की जानकारी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से ली।
उल्लेखनीय है कि 24 नवंबर से 28 नवंबर 2014 तक आयोजित इस पांच दिवसीय थल सेना भर्ती रैली में प्रदेश के 20 जिलों से आए हुए जवान शामिल होंगे। सेना भर्ती कार्यालय रायपुर के संचालक कर्नल सुहैल जैदी ने बताया कि इसके पहले 6 से 9 नवंबर के मध्य कांकेर में भी थल सेना भर्ती रैली का आयोजन किया गया था, जिसके उत्साहजनक परिणाम रहे तथा इसमें लगभग 14 हजार युवाओं ने भाग लिया था। इस अवसर पर छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ब्रिगेडियर सुनील गुप्ता, कोसा कमाण्डर ब्रिगेडियर आशुतोष सिरोटिया, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री एस. के. पाण्डे, कलेक्टर रायपुर श्री ठाकुर राम सिंह सहित सेना के अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे।