जांजगीर-चांपा संजय यादव- चेंबर ऑफ कामर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के नगर संयोजक जगदीश प्रसाद बंसल के खिलाफ सक्ती पुलिस ने जमीन से संबंधित एक मामले में धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया है, लंबे समय जांच के बाद आज सक्ति पुलिस ने आन सुबह 6 बजे घर से गिरफ्तार कर ली है। बताया जा रहा है कि पुलिस को जमीन की रजिस्ट्री के मूल दस्तावेजों की जरूरत थी । जांच के बाद जिसके आधार पर ही आरोपी की गिरफ्तारी हुई है।
उल्लेखनीय है कि सक्ती एसडीएम इंद्रजीत बर्मन ने बीते सात फरवरी को सक्ती तहसीलदार बी एक्का को एक पत्र जारी किया था, जिसमें एसडीएम ने कहा था कि सक्ती तहसील के अंतर्गत पोरथा-डोंगिया स्थित भूमि खसरा नंबर 390/2 रकबा 0.60 डिसमिल व खसरा नंबर 390/3 रकबा 0.50 डिसमिल की शिकायत मिलने पर जांच की गई। जांच में सक्ती के वार्ड नंबर 11 निवासी क्रेता जगदीश प्रसाद बसंल पिता स्व. रामफल बंसल तथा विक्रेता पोरथा-डोंगिया निवासी नत्थूराम पिता गौतम सतनामी व इसी गांव के मोजेलाल पिता बिसाहूराम सतनामी द्वारा झूठा घोषणा पत्र तैयार कर शासन को दो लाख 20 हजार रुपए का चूना लगाया गया है। एसडीएम ने अपने पत्र में यह भी कहा था कि इस मामले में हल्का पटवारी ने प्रतिवेदन दिया है, जिसके मुताबिक उक्त भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग-49 से लगी भूमि है। भूमि का रजिस्ट्री शुल्क 2015-16 में मुख्य मार्ग पर 46 मीटर तक गाइड लाइन के अनुसार 90 लाख छह हजार प्रति हेक्टेयर की दर से देना था, किन्तु झूठा घोषणा पत्र तैयार कर असिंचित दर 20 लाख 10 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर से जमा किया गया है। इस संबंध में उपपंजीयक सक्ती से आवेदन लिया गया। उपपंजीयक ने गणना कर जानकारी दी कि खसरा नंबर 390/2 में एक लाख 20 हजार 772 रुपए तथा खसरा नंबर 390/3 में एक लाख 350 रुपए की शासन को क्षति हुई है, जिसके आधार पर एसडीएम ने तहसीलदार को मामले में एफआईआर दर्ज कराने कहा। एसडीएम के निर्देश पर सक्ती तहसीलदार बी एक्का ने उक्त मामले में एफआईआर दर्ज करने संबंधी आवेदन सक्ती थाने में प्रस्तुत किया, जिस पर पुलिस ने जगदीश प्रसाद बसंल, नत्थूराम सतनामी व मोजेलाल सतनामी के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध किया है। सक्ती थाने में एफआईआर दर्ज हुए एक गुजर गया था लेकिन मुख्य आरोपी जगदीश प्रसाद बंसल समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। आज सक्ति पुलिस ने घर घेरा बंदी कर बंसल को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है।