गरीब बच्चो की पढाई का लाखो रुपया समाजसेवियो ने किया हजम

अम्बिकापुर

शिक्षा का अधिकार हो या फिर आदिवासी बाहुल्य जिलो मे शिक्षा की अलख जगाने की बात हो… इन सबके लिए बनी योजना सरगुजा मे केवल भ्रष्टाचार को बढावा दे रही है। मामला सर्व शिक्षा अभियान मे हुए लाखो के भ्रष्टाचार का है.. जिसमे जिले की दो समाजसेवी संस्था के संचालको ने गरीब बच्चो के पढाने के नाम पर लाखो डकार लिए है।
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बीते 2006-07 में सरगुजा संभाग मे वैक्लपिक एंव नवाचारी शिक्षा के नाम पर लाखो के भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश मे आया है। जिसके माध्यम से शाला त्यागी, घूमंतू और गरीबी के कारणUntitled_0028 (1) मजदूरी करने पर विवश मासूम बच्चो को शिक्षा देना था। जिसके लिए वर्ष 2006-07 मे राजीव गांधी शिक्षा मिशन के द्वारा अम्बिकापुर की वनांचल शिक्षा सेवा समिति और साक्षी समाज सेवी संस्था को तकरीबन डेढ करोड रुपए की राशि भुगतान की गई। लेकिन आरटीआई कार्यकर्ता और मजदूर नेता अभय नारायण ने जब इस संबध मे दस्तावेज एकत्र किए,, तो ये पता चला कि दोनो समाजसेवी संस्था के संचालको ने अविभाजित सरगुजा जिला मे 500 से अधिक केन्द्र केवल कागजो मे संचालित किए । और डेढ करोड की राशि हजम कर ली।

सूचना के आधार पर प्राप्त दस्तावेजो मे जिले के आधा दर्जन से अधिक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियो, दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियो और अलग अलग राजनैतिक दल के लोगो ने दस्तावेजो मे ये लिखित प्रमाण दिया है कि उनके गांव मे इस तरह की संस्था कभी संचालित ही नही हुई जिसमे कभी उनके या गांव के बच्चो ने वंहा पढाई की है।

साक्षी समाज सेवी संस्था के सचिव संतोष वर्तमान मे भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष है,, और वनांचल शिक्षा सेवा समिति के परियोजना अधिकारी ललिते·ार श्रीवास्तव सरस्वती शिशु मंदिर संस्थान के संभागीय प्रमुख है। और दोनो ने गरीब और घूमंतू बच्चो को शिक्षा देने के नाम पर डेढ करोड से अधिक Untitled_0030 001 (2)की राशि डकार ली है,, जिसके बाद आरटीआई कार्यकर्ता अभय नारायण की शिकायत पर प्रशासनिक जांच तो शुरु हो गई है,, लेकिन सत्ताधारी दल के नेताओ पर लग रहे आरोप के कारण कार्यवाही की गति कछुआ चाल जैसी है। हालाकि जिला शिक्षा अधिकारी आर पी आदित्य के मुताबिक मामले की शिकायत के बाद दोनो संस्था को राशि वापसी के लिए नोटिश भेज दिया गया है। और दोनो की संस्था की मान्यता समाप्त करने के लिए कार्यवाही जारी है।

गौरतलब है कि डेढ करोड के इस भ्रष्टाचार मे लिप्त साक्षी समाज सेवी संस्था का संचालन जंहा भाजयुमो के दो बडे नेता कर रहे है तो वही वनांचल सेवा समिति के कर्ताधर्ता ललिते·ार श्रीवास्तव पर काल्पनिक स्कूल संचालित कर शासकीय राशि हजम करने के आधा दर्जन से अधिक मामले उजागर हो चुके है। लेकिन कार्यवाही के नाम पर आज तक उन पर प्रशासनिक मेहरबानी बनी हुई है। बहरहाल दस्तावेजी प्रमाण के बाद भी अगर सरगुजा जिला प्रशासन दोनो संस्था पर मेहरबानी करता है,, तो फिर यही कह सकते है अंधेर नगरी चौपट राजा………..

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