@Nilaytripathi
अम्बिकापुर सीतापुर क्षेत्र के ग्राम बालमपुर में कोल डिपो की आड़ में जाली दस्तावेजो के सहारे धड़ल्ले से कोयले का अवैध व्यापार संचालित हो रहा है।कोल डिपो संचालक कोयला परिवहन करने वाले ट्रक चालकों से मिलीभगत कर चोरी का कोयला खरीदते है और उसे जुगाड़ के तहत रोलिंग मिल एवं ईट भट्ठों में खपा देते है। एक अनुमान के मुताबिक कोयला चोरी के इस खेल में डिपो संचालक हर महीने करोड़ो का वारा न्यारा कर रहे है। चोरी का कोयला खरीद कर उसे फर्जी दस्तावेजों के सहारे खपाने का अवैध कारोबार विगत लंबे समय से बडे पैमाने पर बालमपुर में संचालित हो रहा है।कोयले के इस अवैध कारोबार के खिलाफ हिन्द यूनिट्रेड प्रा लिमिटेड के संचालक संजय मित्तल ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करा वैधानिक कार्रवाई की माँग की है।
प्राप्त जानकारी अनुसार थाना सीतापुर क्षेत्र के ग्राम बालमपुर में विगत लंबे समय से कोल डिपो की आड़ में कोयले का अवैध कारोबार धड़ल्ले से संचालित हो रहा है।डिपो संचालक के साँठगाँठ से विश्रामपुर एवं भटगांव क्षेत्र के कोयला खदानों से सैकड़ो की संख्या में उड़ीसा एवं रायगढ़ जाने वाली कोयले से भरी ट्रके रात को बालमपुर में मौजूद कोल डिपो में खड़ी होती है और औने पौने दामो में कोयला डंप करती है।जिसे डिपो संचालक फर्जी तरीके से रोलिंग मिल एवं ईट भट्ठों में खपा करोड़ो का वारा न्यारा करते है।
कोल डिपो की आड़ में चोरी के कोयले से करोड़ो का वारा न्यारा करने वाले कोल डिपो संचालक के विरुद्ध हिन्द यूनिट्रेड प्रा लिमिटेड के संचालक एवं कोयला व्यवसायी संजय मित्तल के द्वारा कराये गये रिपोर्ट पर जब पुलिस मामले की जाँच करने बालमपुर पहुँची तब इस पूरा गड़बड़झाला खुलकर सामने आया।जाँच के दौरान पुलिस को बालमपुर में दो कोल डिपो मिले।जहाँ एक डिपो मे कोयला नही के बराबर था किंतु वहाँ काफी मात्रा में चारकोल पड़ा हुआ था जबकि दूसरे डिपो में काफी मात्रा में स्टीम कोयला पड़ा हुआ था।इस सम्बंध में जब कोरबा निवासी डिपो संचालक से पूछताछ की गई तो वो सवालों के गोलमोल जबाब देते नजर आये।उनके द्वारा पेश किया गया कोयले से सम्बंधित दस्तावेज भी कुछ अलग कहानी बयां कर रहे थे।पुलिस के समझ से बाहर इस मामले के बारे में संजय मित्तल ने पुलिस को बताया कि डिपो में पड़ा यह कोयला चोरी का है जो अमेरा एवं महान टू के कोयला खदान से लाया गया है।विश्रामपुर एवं भटगांव से प्रतिदिन दो से तीन सौ ट्रकें कोयला भरकर उड़ीसा एवं रायगढ़ के लिये जाती है जिनके चालको से ये साँठगाँठ कर पच्चीस सौ रुपये क्विंटल के डर से प्रत्येक तर्क से एक से तीन टन कोयला खरीद कर अपने डिपो में डंप कराते है और ट्रकों में कोयले की जगह चारकोल मिला देते है।बाद में ये उसे फर्जी दस्तावेजो के जरिये सात हजार रुपये क्विंटल की दर से रोलिंग मिल एवं ईट भट्ठों में खपाते है।उन्होंने बताया कि कोल डिपो के आड़ में कोयले के इस अवैध कारोबार से प्रतिदिन तीन से चार लाख एवं महीने में लगभग एक करोड़ रुपये का वारा न्यारा होता है।इनके इस काले कारनामे से सरकार को भी राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
इस सम्बंध में एस डी ओ पी ऐश्वर्य चंद्राकर ने बताया कि उन्होंने लिखित में आवेदन दिया है उसकी जाँच की जायेगी और जाँच उपराँत उचित कार्रवाई की जायेगी।