कोरिया.. जिस बुनियाद पर जोगी -माया का गठबंधन हुआ था..यानी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी का. वह अब लगभग अब टूटने की कगार पर है. और वह इसलिए कि छजका से बगैर सहमति से बसपा ने लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया..हद तो तब हो गई ..जिस सीट से छजका सुप्रीमो अजित जोगी खुद चुनाव लड़ने के इच्छुक थे..आज उसी कोरबा संसदीय सीट से बसपा के कोर कमेटी सदस्य परमजीत सिंह ने नामांकन फार्म खरीदा है..
दरअसल लोकसभा के चुनाव की तिथियों के ऐलान के बात सियासी गलियारों से यह खबरे निकल कर आई थी ..की जोगी -माया गठबंधन लोकसभा चुनाव में साथ रहेंगे और खुद छजका सुप्रीमो अजित जोगी की पहली पसंद कोरबा लोकसभा सीट थी..अब ऐसे में बसपा के कोर कमेटी सदस्य परमजीत के द्वारा नामांकन फार्म खरीदे जाने से जोगी माया गठबंधन टूटने के कगार पर आ खड़ी हुई है..
बता दे कि राज्य विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर अपनी एक नई राजनैतिक पार्टी बनाई थी..और एन विधानसभा चुनाव से पहले जोगी ने बसपा से गठबंधन कर राज्य के सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान मे उतारे थे..लेकिन पहले और अब की तुलना में यह गठबन्धन ज्यादे समय तक टिक पाए यह कयाश लगा पाना थोड़ा मुश्किल है…
बहरहाल छजका सुप्रीमो की पहली पसंद रही सीट से बसपा नेता का नामांकन फार्म खरीदना सुर्खियों में बना हुआ है..हालांकि इस मसले पर अबतक छजका की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नही आया है..और यह सियासत है हुजूर रातो रात तख्त पलट जाते है.. की तर्ज पर अब छजका के नेता दिखाई दे रहे है..और ना चाहते हुए भी अपने गठबंधन को मजबूत करने की असफल दलील देने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहे..