बालोद – एस.के.साहू
जिले में इन दिनों कृषि विभाग के सरंक्षण में बिना लाइसेंस के उर्वरक खाद्य का व्यापार धड़ल्ले से किया जा रहा हैं। ग्राम जमरुआ के एक सिन्हा कृषि केंद्र के घर से 400 बोरी उर्वरक खाद्य की विभाग द्वारा गुरुवार को जब्त की गई। कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार उक्त 400 खाद्य कि बोरी कलंगपुर के एक व्यापारी जैन के नाम से पर्ची काटी गई और नगर के ही एक राठी फर्टिलाइजर के नाम से आई थी। जिसे ग्राम जमरुआ के सिन्हा कृषि केंद्र में डंप किया गया था। वही इस मामले में यह बताया जा रहा हैं कि जिस गाड़ी में उक्त खाद्य की बोरियां आ रही थी वह गाड़ी खराब हो जाने की वजह से अचानक जमरुआ में डंप करना पड़ा। अगर इस बातों में जरा सच्चाई नज़र आती हैं तो गाड़ी खराब हो जाने पर कोई दूसरी गाड़ी तत्काल क्यो नही मंगवाई गई। यह कहना गलत नही होगा कि जिले में आज उर्वरक खाद्य की कालाबाज़ारी बिना लाइसेंस जोरो शोरो से चल रही हैं। जिसपर विभाग भी लगाम नही लगा पा रहा हैं। क्योंकि उन तमाम दुकानदारों को कृषि विभाग का संरक्षण प्राप्त हैं। वही इस पूरे मामले पर जब कृषि अधिकारी यशवंत केराम से जनाकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि खाद्य की 400 बोरियों को जब्ती बनाया गया हैं और संबंधित को एक नोटिस जारी किया गया हैं उनका बयान आने के बाद पूरा डिटेल दे पाऊंगा ।
नियमतः कार्यवाही हुई तो होगी जेल-
जब्त की गई खाद्य की बोरियों को और इस पूरे मामले पर कृषि विभाग द्वारा गंभीरता से नही लिया जाना कई सारे सवालियां निशान छोड़ता हैं। आज जिस प्रकार बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से कृषि विभाग के अधिकारियों के आपसी तालमेल के चलते दुकानदार फर्टिलाइजर दवाईयों व खाद्य की अवैध बिक्री कर रहे हैं। जिस तरह खाद्य की कालाबाज़ारी की जा रही हैं। उसपर नाममात्र कार्यवाही कर छोड़ देना कृषि विभाग के आलाधिकारियों ली मिली भगत का अंदेशा हैं। खाद्य की पर्ची किसी और के नाम से कट रही हैं। स्टॉक किसी और के नाम से आ रहा हैं। खाद्य की बोरियां डंप किसी और के यहां हो रही हैं। और इस पूरे मामले में कृषि विभाग के अधिकारीगण स्वयं इस गंभीर मामले पर लीपापोती का काम कर रहे हैं। अगर नियमतः कार्यवाही हुई तो खाद्य की कालाबाज़ारी को लेकर संबंधित दुकानदारों को जेल भी हो सकती हैं।
बहरहाल पूरे मामले में कृषि विभाग का बयान भी व्यपारियो के पक्ष में दिख रहा है लेकिन सूत्रों कि माने तो जमरुवा में कृषि दुकान संचालक द्वारा पिछले कई दिनों से बिना लाइसेंस के खाद बेचा जा रहा था जिसकी सूचना मुखबीर के माध्यम से कृषि विभाग के अधिकारी को दी गई लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी जब वहां पहुंचे तो माल को शुक्रवार जब्त कर लिया गया लेकिन मामले को 24 घण्टे बीत जाने के बाद भी जब कार्यवाही नही की गई तो इसके बारे में हमारे संवाददाता द्वारा कृषि उपसंचालक से पूछने पर उन्होंने इस पर अभी नोटिस जारी की जा रही कहते नजर आए तो वही इस मामले की जानकारी लगते ही खाद व्यपारियो में हड़कंप मच गया और मामले को रफादफा करने मे अब बड़ी राजनीति होने की भी बात सामने आ रही है