फ़टाफ़ट डेस्क..प्रदेश की भूपेश सरकार 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन कुपोषण व एनीमिया मुक्त छत्तीसगढ़ को लेकर एक बड़ा ऐलान करने जा रही है..और प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य नक्सल प्रभावित बस्तर और दन्तेवाड़ा जिले में इस मुहिम को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है..जिसके बाद सरकार कुपोषण व एनीमिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन समूचे प्रदेश में लांच करने जा रही है..जिसको लेकर सरकार ने एक कार्ययोजना बनाई है..जिसे अमलीजामा पहनाने की कवायद तेज हो गई है..
प्रारम्भिक तौर पर इस कार्ययोजना को लेकर मिल रही जानकारी के मुताबिक राज्य के कुपोषित और एनीमिया पीड़ित बच्चों को गर्म भोजन दिया जाएगा..और इस महत्वकांक्षी योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर से छत्तीसगढ़ में शुरू करने जा रही है..और कुपोषण व एनीमिया से निपटने सरकार ने 3 साल का लक्ष्य रखा है..
बता दे कि कुपोषण व एनीमिया से मुक्ति को लेकर प्रदेश सरकार ने नक्सल प्रभावित दक्षिण बस्तर में दन्तेवाड़ा व बस्तर जिले के पंचायतो में जुलाई माह से एक पायलट प्रोजेक्ट चला रही है..जिसके बाद 2 अक्टूबर से इस प्रोजेक्ट को समूचे छत्तीसगढ़ में चलाया जाएगा..और प्रदेश के प्रतिष्ठित चैरिटेबल ट्रस्ट, एनजीओ व मीडिया समूहों के लोगो को शामिल किया जाएगा..
नीति आयोग के सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य में 5 साल से कम उम्र के 37.60 फीसदी बच्चे कुपोषित है..इसके साथ ही 15 से 49 वर्ष की 41.50 प्रतिशत प्रदेश की बेटियां और माताए खून की कमी यानी एनीमिया से पीड़ित है..एनीमिया के कारण ही देश मे हर साल लाखों बच्चो की मौते हो रही है..