जनपद पंचायत चुनावों में 127 स्थानो की जानकारी मिली है जिसमे कांग्रेस को 48 में जीत मिली है। सुकमा जिले की कोंटा जनपद में कांग्रेस को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष दोनों पदों मे और छिन्दगढ़ सुकमा जनपदों में कांग्रेस और सीपीआई को अध्यक्ष पद पर सीपीआई और उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस को सफलता मिली है। कोरिया जिले के बैकुंठपुर में सूर्यप्रताप सिंह, सरगुजा जिले के अंबिकापुर में पूनम सिंह टेकाम, उदयपुर में राजनाथ सिंह, सीतापुर में बबीता तिर्की, बतौली राजमुनी, मैनपाट में पति बाई, सूरजपुर जिले के रामानुजनगर में धरम सिंह, प्रेमनगर में सीमा सिंह टेकाम, भैयाथान में कांग्रेस, बलरामपुर जिले के बलरामपुर में मोहन लाल कुडाकू, जषपुर जिले के मनोरा में ममता भगत, कांसाबेल में मोतीलाल भगत, कोरबा जिले के कटघोरा में लता कंवर, पाली में गणराज कंवर, करतला में धनेष्वरी कंवर, कांकेर जिले के कांकेर में पुश्पा सलाम, चारामा में उशा वट्टी, नरहरपुर में कौषिल्या सोरी, दुर्गकोन्दल में सविता उईके, बस्तर जिले के तोकापाल में मालती मौर्य, बास्तानार में राजमन बेंजाम, लोहाण्डीगुडा मालती बैज, दंतेवाड़ा जिले के कुआकोण्डा में श्रीमती माते, सुकमा जिले के कोंटा में सोयम मंगमा, बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में सरिता वाचम, भोपालपट्टनम में कांग्रेस, उसूर लक्ष्मी कट्टम, रायगढ़ जिले के रायगढ़ में रामकुमार भगत, पुसौर में पद्मिनी नायक, सारंगढ़ में उत्तरा कुमारी जांगड़े, धरमजयगढ़ में कन्याकुमारी राठिया, बिलासपुर जिले के बिल्हा में गीतांजली कौषिक, पेण्ड्रा में कांग्रेस, मरवाही में देवकी बाई वोट्टी, जांजगीर-चांप जिले के बलौदा मे रूखमणी राठौर, बम्हनीडीह में फागूलाल जायसवाल, रायपुर जिले के तिल्दा में सुषीला मनहरे, आरंग में पुश्पा कुर्रे, गरियाबंद जिले के फिंगेष्वर में जितेन्द्र साहू, छुरा में धनेष्वरी मरकाम, बलौदाबाजार जिले के पलारी में कांग्रेस, महासमुंद जिले के महासमुंद में धरमदास महिलांग, बागबाहरा में तेजन चंद्राकर, राजनांदगांव जिले में छुईखदान में भुनेष्वर साहू, डोंगरगांव में प्रीति साहू, मानपुर में सखशम बाई, बेमेतरा जिले के साजा में ओमप्रकाष वर्मा, बालोद जिले के डौण्डीलोहारा में चंद्रप्रभा सुधाकर ने जीत हासिल की है। प्रदेष कांग्रेस के महामंत्री और मीडिया विभाग के अध्यक्ष षैलेष नितिन त्रिवेदी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी कुर्सी बचाने के लिये लोकतंत्र से खिलवाड़ किया है। नक्सल मामलों में फंसाने की धमकी देकर संवेदनषील इलाकों के जनपद प्रतिनिधियों को धमकाया गया। अपहरण, भयादोहन, प्रलोभन, फार्म रिजेक्ट जैसे हथकंडों का सहारा लिया गया। सिमगा, कांकेर, कवर्धा सहित प्रदेषों में कई स्थानों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गयी। कांग्रेस समर्थित प्रत्याषियों के लिये काम कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस भाजपा नेताओं के इषारे पर भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रही थी। पुलिस के संरक्षण में भाजपा ने हिंसा का सहारा लिया। अनेक कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हुये है। नगरी में स्ट्रांग रूम की दीवार तोड़कर फिर से प्लास्टर किया गया। लोकतंत्र का गला घोटने और जनादेष का अपमान करनें में भाजपा ने सारी सीमायें पार कर दी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में प्रत्यक्ष निर्वाचन में कांग्रेस को मिली जबर्दस्त सफलता के बाद अप्रत्यक्ष निर्वाचन के परिणामों को भाजपा ने धनबल, प्रषासन और पुलिस तंत्र की मदद से प्रभावित करने की कुचाल चली है। इसके बावजूद कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं की ताकत से भाजपा के धनबल और पुलिस प्रषासन तंत्र के खुले दुरूपयोग का डटकर मुकाबला किया।
कांग्रेस का दावा 2009 के मुकाबले जनपदो मे 30 प्रतिशत बढा कांग्रेस का कब्जा
रायपुर 13 फरवरी 2015