रायपुर
भाजपा प्रदेश मंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कांग्रेसी शहीदों के नाम पर राजनीति करने से बाज आएं। प्रदेश कांग्रेस के नेता कितने पानी में है यह बताने की जरूरत नहीं है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि एक तरफ नक्सल मामले में प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश करते है। वहीं दूसरी ओर शहीदों को श्रद्घांजलि देने आयोजित कार्यक्रम के लिए उनके पास वक्त नहीं होता। शहीदों को श्रद्घांजलि देने प्रदेश कांग्रेस का एक भी नेता उपस्थित नहीं हुआ, इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या होगी। एक तरफ कांग्रेस के नेता नक्सलियों के हमले में शहीदों के परिवार जनों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर नक्सलियों से सत्ता पाने सहयोग करने की अपील कर रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश की भाजपा सरकार के साथ ही पूरी पार्टी शहीदों के परिजनों के साथ उसके दुख के क्षणों में साथ खड़ी है।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि शहीदों के मान -सम्मान पर भाजपा कभी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करती लेकिन कांग्रेस के बेशरमी का आवरण ओढ़ लेने के कारण भाजपा को उसका जवाब देना पड़ रहा है। इतिहास गवाह है कि कांग्रेसी प्राय: जवानों के शहीद होने पर केवल घडिय़ाली आंसू बहाकर ऐनकेन प्रकारेण सरकार को घेरने का प्रयास करते रहे हंै। अखबारों की सुर्खियों में बने रहने नित नये आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश करती है।
कांग्रेस के नेताप्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के नक्सली वारदात के बाद भाजपा सरकार पर उत्सव मनाने के आरोप पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य उत्सव का कार्यक्रम पूर्व नियोजित था जिसमें अब रंगारंग कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। सरकार पर उत्सव के नाम पर खर्च करने का आरोप लगाने वाले कांग्रेस के लोगों को प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता नजर नहीं आती। कांग्रेस के नेता अपनी गिरेबां में झांक कर देखे कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन काल में किस तरह से फिजूलखर्ची करते हुए जनता के पैसों की बर्बादी की गई थी।