अम्बिकापुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर आज 19 फरवरी को जिला कांग्रेस कमेटी ने अंबिकापुर कलेक्ट्रेट का घेराव किया.. इस दौरान प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेताओं ने सरगुजा कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापान सौंपा.. ज्ञापन में मुख्य रूप से धान के समर्थन मूल्य व बोनस, प्राकृतिक आपदा पर किसानो को मुआवजा, कृषि बीमा की क्षतिपूर्ती, पशुपलकों की लंबित अनुदान की राशी, बीज निगम द्वारा घटिया बीज दिए जाने सम्बंधित बिदुओ पर समस्याओं को दूर करने की मांग की गई है.. इसके अलावा किसानो को पूर्णतः निशुल्क विद्दुत कनेक्शन, चेम्प योजना को बंद कर किसान हित में व्यावहारिक योजना बनाने, मक्के की खरीदी समर्थन मूल्य में निर्वाध रूप से कराये जाने की मांग की गई है..
इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक एवं महापौर डाॅ. अजय तिर्की के नेतृत्व में अरविन्द सिंह गप्पु, द्वितेन्द्र मिश्रा, मार्तण्ड प्रताप सिंह, हेमंत सिन्हा, शफीक खान, अरूण मिश्रा, प्रवीण गुप्ता, बसंत पाण्डेय, राकेश गुप्ता, नुरूल अमीन सिद्दीकी, संजीव मंदिलवार,मो. इस्लाम, इन्द्रजीत सिंह ध्ंाजल, बिजेन्द्र गुप्ता, परवेज खान, बंटी शर्मा, नरेश सिंह, राधेश्याम सिंह, मदन जायसवाल, दुर्गेश गुप्ता, राकेश सिंह, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रमोद चैधरी, आलोक सिंह, चुनमुन तिवारी, अरविन्द पाण्डेय, विनोद एक्का, जगजीत मिंज, दीपक मिश्रा, बालेकश्वर, निखिल, सतीश बारी, बलराम यादव, पालु गुप्ता, सैयद अख्तर, मधु दीक्षित, संध्या रवानी, शेख नसीमा, शकिला परवीन, हमिदा, नसरीन एहसन, सावित्री देवी सारथी, हिरो बड़ा, जुही यादव, मुनेश्वर राजवाड़े, निक्की खान, पपीन्दर सिंह, ओनिमेश सिन्हा सहित काफी संख्या में कांगे्रसजन उपस्थित थे।
प्रदर्शन के लिए पुलिस का इंतजाम प्रदर्शन से वृहद
कांग्रेस के प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस ने कलेक्ट्रेट को कडे सुरक्षा घेरे मे घेर लिया था,, जिसके लिए सत्तीपारा से कलेक्ट्रेट आने वाली सडक पर एक तरफ तो घडी चौक से कलेक्ट्रेट आने वाली सडक पर दो जगह बेरिकेट्स लगाया था,, वही प्रदर्शन के बाद प्रदर्शन कारी भी वहां से चले गए और पुलिस भी…. लेकिन बांस का बेरिकेट्स फिर भी लगा रहा,, जिससे खासकर सत्तीपारा से घडी चौक की तरफ आने वाले लोगों को काफी असुविधा हुई,, गौरतलब है कि ये सडक शहर के ट्रैफिक को कम करने के लिए हमेशा खुली रहनी चाहिए।
दो दिन पूर्व से शुरू हो गई तैयारी
कांग्रेस के घेराव की घोषणा के बाद अंबिकापुर में दो दिन पहले ही प्रशासन ने कमर कस ली थी जिसे देख लग रहा था की कुछ बड़ा होने वाला है.. घेराव के लिए 150 के लगभग पुलिस बस तैनात कर दिये गये थे, जगह जगह बेरीकेट्स लगाए गए थे.. पुलिस बल आत्मरक्षा कवच के साथ मुस्तैद था.. वाटर प्रेशर वाहन भी घेराव स्थल पर खडा था.. लेकिन इतनी तैयारियों के बीच हुआ घेराव लगभग 80 प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन के महज कुछ ही मिनटों में समाप्त हो गया..