अम्बिकापुर
- समूह की महिलाओं को किया प्रोत्साहित
कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन ने गुरूवार को उदयपुर स्थित रेषम धागा उत्पादन केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं से उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त की। महिलाओं ने बताया कि पहले वे कोकून को उबालते हैं। इसके पश्चात् उससे लागा निकालते हैं। धागा एक पाईप के आकार के बाॅबिन में मषीन के द्वारा लपेटा जाता है। उसके बाद मषीन द्वारा ही रिरिलिंग की जाती है। रिरिलिंग किये गये धागे की लच्छी मानक आकार की होती है, जिसे रेषम का कपड़ा बनाने वाले अपनी मषीन में उपयोग कर कोसे के कपड़े का निर्माण करते है।
कलेक्टर ने रेषम धागा उत्पादन करने के उपयोग लाने वाली मषीनों का अवलोकन कर उनकी प्रयोग विधि की जानकारी प्राप्त की। इस कार्य में दक्ष महिलाओं ने धागा उत्पादन से संबंधित समस्त प्रक्रियाओं की जानकारी से कलेक्टर को अवगत कराया। उप संचालक रेषम श्री सी.एस.नोन्हारे ने बताया कि धीरे-धीरे ये महिलायें अपने कार्य में कुषल होती जा रही हैं। जब इनके द्वारा पर्याप्त मात्रा में धागे का उत्पादन किया जाने लगेगा तो इनके लिए कोसा कपड़ा निर्माण से संबंधित इकाई भी स्थापित किया जा सकेगा। श्रीमती सैन ने महिलाओं द्वारा निर्मित धागे का अवलोकन कर उनकी गुणवŸाा के बारे मे भी पूछा।