ऑटो चालक ने बेटे को भेजा इंजीनियर बनने..पर आई बेटे की मौत की खबर..पिता मांग रहा इन्साफ

भिलाई के रुंगटा कालेज के हास्टल में छात्र की सुसाइड का मामला

परिजन लगा रहे है ह्त्या का आरोप..इन्साफ के लिए भटक रहे दर दर

प्रधानमंत्री और राज्यपाल से लगाईं न्याय की गुहार

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर के गांधीनगर में रहने वाला एक परिवार अपने बेटे की मौत के बाद न्याय की गुहार लगाते दर-दर भटक रहा है। 17 नवम्बर 2016 को रुंगटा कालेज भिलाई में इंजीनियरिंग का छात्र विकास पटेल की आत्म ह्त्या कर लेने की खबर परिजनों को मिली थी लेकिन इस घटना में परिजनों से साक्ष्य छुपाये जाने की कोशिस के बाद परिजनों का आरोप है की उनके बेटे की रैगिंग के दौरान ह्त्या की गई..लिहाजा बेटे की मौत के लिए इन्साफ की दरकार लिए ये परिवार दर दर भटक रहा है लेकिन हर सरकारी चौखट से इन्हें अब तक मायूसी ही हाथ लगी है।

दरअसल अम्बिकापुर में गांधीनगर में रहने वाले ऑटो चालाक सुरेन्द्र पटेल बड़ी मेहनत से कमाते थे और अपने बेटे को इंजीनियर बनाने का ख्याब संजोये उसे भिलाई के रुंगटा कालेज में पढने के लिए भेजा था और 17 को रात में सुरेन्द्र अपने बेटे से फोन पर बात कर रहे थे तब बेटे ने कहा की खाना खाने के बाद फोन पर बात करूंगा उसी दौरान रात करीब 8:30 बजे विकास के मोबाइल से उसके पिता को फोन आता है लेकिन उधर से बात ना होकर संदिग्ध आवाजे आ रही थी और थोड़ी ही देर के बाद किसी का फोन आया की आपने अपने बेटे को एसा क्या कह दिया की उसने फांसी लगा ली। फिर क्या था इस खबर से बेसुध परिवार निकल पडा भिलाई के लिए और वहा जाकर देखा की उनके पहुचने से पहले ही शव को फंदे से उतार कर पलंग पर लिटा दिया गया था… और तब से अब तक इस पूरे मामले में कालेज प्रंबंधन और भिलाई पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध रही है…ये सारे आरोप लगाते हुए मृतक विकास के पिता ने बताया की इतने दिन बीत गए है लेकिन ना तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट हमको दी जा रही है और ना ही इस मामले में कोई जांच की जा रही है।

news 1 b

 

 

 

 

 

 

 

 

परिजनों के मुताबिक विकास के साथ पढने वाली एक लड़की से विकास की दोस्ती को लेकर उसके सीनियर विकास से नाराज रहते थे और इस बात पर पहले भी विवादित स्थित बनी थे और विकास की मौत के दो दिन पहले विकास के सीनियर छात्रो ने उसका नंबर भी लिया था.. लिहाजा परिजन का शक है की विकास की हत्या कालेज के सीनियर छात्रो ने ही की है और वह बार बार यही फ़रियाद कर रहे है की काल डिटेल निकलवा कर जांच की जाए लेकिन दर दर भटक के थक चुके सुरेन्द्र पटेल ने प्रधानमंत्री और राज्यपाल से भी इसकी शिकायत भी और दोनों ही कार्यालायो से जवाब भी आया लेकिन कार्यवाही अब भी शून्य है बहरहाल सुरेन्द अपने बेटे के मौत के मामले में सी बी आई जांच की मांग कर रहे है।

गौरतलब है की मामले में जब जिले के एस पी ने परिजनों से कडा रुख अपनाया तो परिजन मामले में जांच करने की फ़रियाद लेकर दुर्ग आई जी के पास पहुच गए जिस पर आई जी ने तत्काल जांच करने के आदेश दिए और इस बात से खफा होकर एसपी साहब ने परिजनों को जमकर फटकार लगा दी बहरहाल इस सूबे के गृह विभाग का हाल किसी से छुपा नहीं है सूबे के पुलिस महकमे से न्याय की उम्मीद करना फिलहाल तो बेमानी ही है फिर भी सुरेन्द्र पटेल हार नहीं मान रहे है और जब उनको कही से सहारा नहीं मिला तो वो मीडिया कर्मियों से रो रो कर अपनी व्यथा सुनाने लगे और मामले की पूरी जानकारी दी…विकास दोबारा ज़िंदा तो नहीं हो सकता पर अगर उसकी ह्त्या की गई है तो दोषियों को सजा जरूर मिल सकती है लेकिन ये तब मुमकिन होगा जब क़ानून के रखवाले अपना काम सही ढंग से करेंगे वरना ना जाने कब तक सुरेन्द्र पटेल न्याय के लिए भटकते रहेंगे।