वाहन चालक, सेक्स वर्कर, थर्ड जेंडर सहित एसएलआरएम की महिलाओं को करेंगे जागरूक
अम्बिकापुर
“दीपक सराठे”
सरगुजा संभाग में एचआईवी एड्स से ग्रसित लोगों का आंकड़ा लगभग 1000 के करीब पहुंच चुका है। भयावह कर देने वाले इस आंकड़े की पुष्टि जिला क्षय अधिकारी डॉ पीके सिन्हा ने दी है। संभाग में बढ़ती एड्स से ग्रसित लोगों की संख्या जहां स्वास्थ्य विभाग के लिये चिंतन का विषय बन चुका है, वहीं अब इसे लेकर विभाग ने रणनीति के तहत कार्यक्रम बनाने भी शुरू कर दिये हैं। किस तरह से लोगों को जागरूक किया जाये और एड्स के बढ़ते आंकड़े पर विराम लग सके। इसके लिये विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है।
31 मार्च को विभाग द्वारा एड्स विषय को लेकर एक विशेष ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है। सीएमओ कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में वाहन चालको, सेक्स वर्करों, थर्ड जेंडर व एसएलआरएम सेंटर मेें काम करने वाली महिलाओं को जागरूक किया जायेगा। इस संबंध में जिला क्षय अधिकारी श्री सिन्हा ने बताया कि चूंकि वाहन चालकों से ज्यादातर महानगरों से यहां एड्स वायरस लाया जाता है। इस कारण से उन्हे जागरूक करना ज्यादा जरूरी है, वहीं सेक्स वर्करों को भी इस संबंध में जानना बेहद जरूरी है। एसएलआरएम की महिलाएं कचरों से सिरींज व अन्य मेडिकल वेस्ट उठाने का काम करती हैं। इस दौरान उन्हें भी सतर्क रहना जरूरी है। उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें ऐसी परिस्थिति में बचाव के उपाय बताये जायेंगे। विभाग ने अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस विशेष ट्रेनिंग के आयोजन का हिस्सा बने, ताकि एड्स को लेकर ज्यादा लोग जागरूक हों। संभाग में लगभग 1000 एड्स पीडि़तों में वर्तमान समय में 650 लोगों को निरूशुल्क दवाईयां प्रदान करने की बात भी उन्होंने कही। उन्होंने यह भी कहा कि हाई रिस्क लोगों को एड्स की जानकारी होना बेहद जरूरी है।