पंच-सरपंच और दफ्तरों का चक्कर काट रह ग्रामीण
जशपुरनगर-
ग्रामीण मजदूरों को काम दिलाने के उद्देष्य से केंद्र सरकार की ओर से संचालित महात्मागंाधी रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य करने वाले मजदूरों को अपने ही मेहनत से कमाया धन को हासिल करने दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है। जनवरी 2013 से मार्च 2013 तक कार्य करने वाले 58 मजदूरों को अब तक पैसा नहीं दिया गया है। पैसा हासिल करने के लिए सभी 58 मजदूर विगत 8-9 महीनों से पंच-सरपंच और कई सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट रहे है। लेकिन उन्हें आष्वासन के सिवा कुछ भी हासिल नहीं हो सका है।
कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
ग्राम पंचायत चांपाटोली के ग्राम हटकलता के 58 मजदूर मंगलवार को कलक्टर परिसर पहुंचकर अपर कलक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की पूरी जानकारी दी। नरेगा मजदूर महितन मिंज ने बताया कि जनवरी 2013 से षुरू कराया गया कार्य मार्च तक चला जिसमें हटकलता और जोराझरिया के मजदूरों ने काम किया, जिन्हें अब तक उनका मेहनताना नहीं दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बात की षिकायत पंच-सरपंच और नरेगा के अधिकारियों से भी कई बार लिखित में किया जा चुका है फिर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मजदूर किसी प्रकार गुजारा कर मेहनत से मजदूरी किए पर उन्हें पैसा नहीं दिए जाने का गहरा दुःख है।
कलक्टर को ज्ञापन सौंपने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि सरकार हमें काम देने का वादा तो करती है पर पैसा नहीं दिए जाने की जिम्मेदारी क्यों नहीं लिया जाता? नरेगा के अधिकारी भी हमारी मुसिबतों को अनदेखी कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि नरेगा की ओर से की जा रही इन हरकतों से कोई भी मजदूर नरेगा के काम में ष्षामिल होना नहीं चाहेगा।