बलरामपुर (कृष्ण मोहन कुमार) जिले के ग्राम पंचायत बाड़ी चलगली में संस्थागत प्रसव का पहला मामला दर्ज किया गया है,यू तो बाड़ी चलगली गाँव की आबादी 734 है,और 20 बरस पूर्व से गाँव मे स्वास्थ्य विभाग ने उप स्वास्थ्य केंद्र की सौगात भी ग्रामीणों को दी है, लेकिन भवनविहीन इस उप स्वास्थ्य केंद्र से ग्रामीणों का मोह भंग हो गया था, वही कलेक्टर अवनीश कुमार शरण की पहल पर इसी साल सितम्बर माह में गाँव मे बने राजीव गांधी लोक सेवा केंद्र के भवन में स्वास्थ्य केंद्र संचालित करने का आदेश दिया गया था, तथा नवम्बर माह में ही इस उप स्वास्थ्य केंद्र में 20 साल बाद पहली बार संस्थागत प्रसव कराया गया।
दुर्गम पहाड़ियों में आ गई जागरूकता…
दरसल बलरामपुर जिले का राजपुर ब्लाक का यह गाँव घने जंगलों और सुदूर पहाड़ियों से घिरा है, इस गाँव की कुल आबादी 734 के करीब है, और इस गाँव मे अनुसूचित जाति के पहाड़ी कोरवा, कोडाकू, नगेशिया समुदाय के लोगो का बसेरा है, कहने को तो इस गाँव मे 20 वर्ष पहले से उप स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है,लेकिन भवनविहीन उप स्वास्थ्य केंद्र और ग्रामीणों में जागरूकता की कमी के चलते ग्रामीण गाँव मे ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नही ले पा रहे थे,और उन्हें दुर्गम रास्तो से गुजर कर ब्लाक मुख्यालय ईलाज के लिए जाना पड़ता था।
धन्यवाद कलेक्टर साहेब…
इस गाँव मे अधिकांश प्रसव अस्पताल से दूर गाँव की दाइयों की देखरेख में ग्रामीणों के घरों में हुआ करती थी,लेकिन कलेक्टर की एक सौगात से ग्रामीणों के चेहरे खिल उठे है,और ग्रामीण गाँव मे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्थानीय प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित कर रहा है,ग्रामीण अब स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति पहले की भांति जागरूक भी हुए है।
अनीता के जज्बे को सलाम…
अनीता देवी भगत आज इस गाँव मे किसी पहचान की मोहताज नही है, अनिता भगत यह वही स्वास्थ्य कार्यकर्ता है जिसने ग्राम बाड़ी चलगली में 20 वर्षो बाद पहला संस्थागत प्रसव कराने का कीर्तिमान हासिल किया, और उसे कामयाबी भी मिली, आज जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य है, यही नही अनिता की पदस्थापना इसी वर्ष जुलाई माह में उप स्वास्थ्य केंद्र बाड़ी चलगली में हुई थी,और अपनी पदस्थापना के बाद से ही उसने गर्भवती महिलाओं की खोज खबर लेनी शुरू की यही नही उसे कामयाबी भी मिली,एक नवम्बर को 33 वर्षीय गुदली पति रतिया नगेशिया का पहला संस्थागत प्रसव कराया।
लो शुरू हो गया संस्थागत प्रसव का दौर…
ग्राम बाड़ी चलगली उप स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 5 मितानिनें अपनी सेवाएं दे रही है,और पहला संस्थागत प्रसव होने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के इस सब सेंटर में 19 सम्भावित गर्भवती महिलाओं का नाम अंकित है,और स्वास्थ्य विभाग इन महिलाओं का समय समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी कर रहा है।
कलेक्टर ने कहा शाबाश..गुड वर्क..
अविभाजित सरगुजा का ग्राम बाड़ी चलगली पहले कभी लाल आतंक के साये से जूझ रहा था,लेकिन क्षेत्र से माओवाद के खात्मे के साथ ही ग्रामीणों की जिंदगी पटरी पर आई ,यही नही इस गाँव मे अब हप्ते में कम से कम एक बार प्रशासनिक अमले का कोई ना कोई नुमाइंदा रमन सरकार की योजनाएं गिनाने पहुँच ही जाता है,वही कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने भी संस्थागत प्रसव के पहले मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम की सराहना करते हुए,उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।