अम्बिकापुर
जिला अस्पताल मेें आग से झुलस कर जिंदगी और मौत के बीच झूल रही विवाहिता की उपचार के दौरान मौत हो गई। मृतिका के पिता ने उसके ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताडना का आरोप लगाया था। पिता का कहना है कि लगातार दहेज की मांग उसके द्वारा पूरी नहीं किये जाने पर उसके पति व कथित दूसरी पत्नी ने मिलकर उसकी बेटी को आग के हवाले कर दिया था।
जिला अस्पताल में दाखिल आग से लगभग 80 प्रतिशत झुलसी विवाहिता 21 वर्षीय मुस्कान की आज उपचार के दौरान मौत हो गई। जशपुर निवासी पिता मो. बारिक ने बताया कि उसने अपनी पुत्री का विवाह 3 वर्ष पहले झारखण्ड के मनातू थाना निवासी शाहिद अंसारी से किया था। मुस्कान की डेढ़ वर्ष की एक बच्ची भी है। पिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही शाहिद के द्वारा दहेज की मांग की जाने लगी थी। कुछ दिन पहले दुकान खोलने के नाम पर 50 हजार की मांग उसके द्वारा की गई। उक्त पैसे नहीं दे पाने पर उसने मुस्कान को जान से मारने की धमकी भी दी थी। मुस्कान के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री इस प्रताडना से तंग आकर वापस अपने मायके आना चाहती थी। 23 अप्रैल को उसके पति व उसकी कथित रूप से दूसरी पत्नी ने मिलकर मुस्कान को आग के हवाले कर एक कमरे में बंद कर दिया था। पिता मो. बारिक ने इसकी रिपोर्ट संबंधित थाने में कराने के बाद पुत्री को जिला अस्पताल में दाखिल कराया था, जहां उपचार के दौरान आज उसकी मौत हो गई।