अम्बिकापुर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की हड़ताल पर जहां सरकार की बेरुखी सामने आई तो वही सरकार में बैठी भाजपा के ही सांसद कमलभान सिंह आज अम्बिकापुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के जले में मरहम लगाने पहुंचे थे.. लेकिन उनका मरहम बेअसर था क्योकी.. मांगो पर कोई ठोस आस्वासन की जगह सांसद जी 4000 के वेतन को काफी बता रहे थे.. लिहाजा सासंद के लाख समझाने के बाद भी आँबा कार्यकर्ता नही मानी..
धरना स्थल पर सांसद जी महिलाओ को यह बता रहे थे की एक एक रुपये की कीमत है.. चार हजार रुपये कम नही होते.. जब सांसद जी अपना यह ज्ञान आँबा कार्यकर्ताओ के साथ साझा कर रहे थे तभी पीछे बैठी कुछ आँबा कार्यकर्ता दबी जुबान यह कह रही थी की “एहर अपन घर वाला मन ला कराही का चार हजार के नौकरी” इतना ही नही सरकार के रुख से नाराज आँबा कार्यकर्ताओ के आक्रोश का शिकार सांसद महोदय इस कदर हुए की उन्हें यह तक कहा गया की ” एमन डेढ़ लाख सेलरी लेहत हैं हमन के चार हजार देके बतात हैं” एक महिला ने कहा की “साहब आप जीरा फूल खावा हमन खाइ मोटा चाउर” बहरहाल चुनावी वर्ष में सांसद जी आँबा कार्यकर्ताओ की सहानुभूति बटोरने आये थे या फिर सरकार की तरफ से उनकी नब्ज टटोलने यह तो पता नही लेकिन सांसद जी को आँबा कार्यकर्ताओ ने बैरंग ही वापस भेज दिया..
दरअसल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के हड़ताल से नाराज सरकार ने भले ही बेहद कड़ा रुख अपनाया हो, लेकिन हड़ताल थमने का नाम नही ले रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका सरकार से सीधी लड़ाई को तैयार खड़ी हैं। इन्ही सब के बीच अम्बिकापुर में सरगुजा संसद कमलभान सिंह ने धरना स्थल पर पहुंच कर हड़ताली कार्यकर्ताओं को समझाने सहित काम पर लौटने की अपील की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने संसद की एक नही सुनी उल्टे उन्हें ही खूब खरी खोटी सुना दिया। गौरतलब है कि बीते दिनो बर्खास्तगी से लेकर हड़ताली कार्यकर्ताओं के टेंट पंडाल प्रशासन द्वारा हटवाने की कार्यवाई की गई थी, बावजूद इसके कार्यकर्ताओ और सहायिकाओं का आंदोलन बदस्तूर जारी है।
कमलभान सिंह सांसद सरगुजा
धरना स्थल पर सरगुजा सांसद कमलभान सिंह में कहा की केंद्र सरकार आँबा कार्यकर्ताओ और सहायिकाओं के संबंध में विचार कर रही है.. केंद्र के फैसले के बाद राज्य सरकार इस विषय के आगे कदम बढ़ाएगी..