गंदगी से बजबजा रही अस्पताल परिसर की नालियां
अम्बिकापुर-(दीपक सराठे)
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गंदे पानी की निकासी के लिये बनाया गया डे्रेनेज सिस्टम तोड़ दिया है। ड्रेनेज ब्लॉक हो जाने से आलम यह है कि अस्पताल परिसर की नालियां गंदगी से बजबजा रही हैंए जिसकी बदबू से न सिर्फ अस्पताल के मरीज परेशान हैंए बल्कि वहां के स्टाफ का भी बुरा हाल है। यही नहीं नालियां जाम हो जाने से मच्छरों का भी प्रकोप बढ़ गया है। यह समस्या पिछले दो महीने से है। जल्द ही ब्लॉक हुये ड्रेनेज सिस्टम को अगर सही नहीं किया जाता है तो यह मुसीबत और ज्यादा बढ़ सकती है।
ज्ञात हो कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर से गंदे पानी की निकासी पहले सुगम थी परंतु जिस मार्ग से पानी की निकासी हो रही थी वह निजी जमीन होने के कारण अब उसे बंद कर दिया गया है। पानी निकासी नहीं हो पाने से अस्पताल की जो ड्रेनेज व्यवस्था थी वह पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है। अस्पताल से निकला गंदा पानी अब नालियों में लबालब भरा है। यही नहीं नालियों का पानी सड़को पर भी फैल चुका है। उसी गंदगी से रोज मरीज व अस्पताल के स्टाफ आना.जाना करते हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस गंदगी में किस प्रकार से लोग वहां थोड़ी देर भी रह पाते होंगे। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जहां कई संक्रामक बीमारियों से ग्रसित मरीजों की आवा.जाही रहती है वहां बजबजाती नालियों से उठती बदबू व बढ़ता मच्छरो का प्रकोप उनके लिये और ज्यादा घातक हो सकता है। यही नहीं अस्पताल के रसोई घर के सामने भी नाली गंदगी से बजबजा रही है। पुराने सीएमओ कार्यालय के सामने खुली नालियां व नेत्र विभाग के सामने की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। विदित हो कि 31 दिसम्बर के दिन सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने अस्पताल के पीछे की ओर निरीक्षण किया था। उनके निरीक्षण के बाद फिजियोथैरेपी व बर्न वार्ड के पीछे मरीजों के आने.जाने के लिये सुगम व्यवस्था कर दी गई। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बजबजाती नालियो को देख वहां की ड्रेनेज व्यवस्था की भी जानकारी प्रबंधन से ली परंतु अभी तक ड्रेनेज व्यवस्था पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी हैए जो आने वाले दिनों के लिये और ज्यादा परेशानी का सबब बन सकती है।