शहर की सुरक्षा व्यवस्था की खुली पोल
अम्बिकापुर
सरगुजा में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में चोरों ने धावा बोल कर उसके लॉकर में रखे जेवरात ले उड़े। वारदात को बड़े ही इत्मीनान से और शातिराना अंदाज में चोरों ने अंजाम दिया है। हालाँकि चोरों ने बैंक के कैश खाने में रखे लाखों रुपये के नये नोट को हाँथ तक नहीं लगाया है। आप को बता दें बीते तीन दिनों से बैंक की छुट्टी चल रही थी जिससे अंदाज लगाया जा रहा है कि वारदात को पूरे प्लानिग के तहत अंजाम दिया गया है।
सरगुजा जिले का यह छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक है तो जिला मुख्यालय के एकदम ह्रदय स्थल पर लेकिन शहर की सुरक्षा व्यवस्था कितनी चाक चौबंद है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि माहामाया चौक के पास स्थित इस बैंक में लाखों की चोरी की वारदात को चोरों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में अंजाम दे दिया है। चोरी की इस वारदात में बैंक का ताला तोड़ कर बाकायदा गैस कटर की मदत से बैंक के लॉकर काट कर उसमें ग्राहकों के रखे जेवरात सहित अन्य कीमती चीजो पर से चोरों ने हाँथ साफ़ कर दिया। मजे की बात तो यह रही की इस पूरी वारदात को देख कर बिलकुल ऐसा नहीं लगता कि इसे चन्द घंटों में अंजाम दिया गया होगा। अनुमान तो यह भी है कि पिछले तीन दिनों की छुट्टी के दौरान ही इस वारदात को अंजाम दिया गया होगा। चोरी इतने शातिराना अंदाज में की गई है कि चोरों ने बैंक में लगे सीसी टीव्ही कैमरा के वायर काट दिए और तो और चोर बैंक में लगे कैमरा रिकॉर्डर तक की डिव्हिआर तक को ले उड़े।
वारदात में किसी को शक ना हो इसके लिए एहतियातन तौर पर चोरों ने वारदात के बाद बैंक के में शटर में ताला तक जड़ दिया। अभी तक बैंक के 12 लॉकरों के काटे जाने की जानकारी मिली है वहीँ बैंक के कैश खाने में रखे 35 लाख रुपये चोरों ने क्यों छोड़ दिया यह बात पुलिस के लिए भी एक बड़ा सवाल बन गया है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
एस.पी.सदानंद भी पहुचे बैंक
बैंक में चोरी होने की खबर लगने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए अम्बिकापुर एस पी सदानंद कुमार भी मौके पर पहुचे और चोरी के कारणों का जायजा लिया।