अपने अधिकारों के साथ ही दूसरों के हितों का भी ध्यान रखें- श्री टोप्पो
अम्बिकापुर 10 दिसम्बर 2014
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर आज यहां स्थानीय सांई बाबा आदर्ष महाविद्यालय में विधिक सेवा प्राधिकरण सरगुजा द्वारा विधिक षिविर का आयोजन किया गया। इस षिविर में मानव अधिकार से संबंधित कानूनों की विस्तृत व्याख्या की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सरगुजा के सचिव न्यायमूर्ति व्ही. टोप्पो की मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस विधिक षिविर में लीगल सर्विसेस फाउण्डेषन के पदाधिकारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री टोप्पो ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने अधिकारों की रक्षा करने के साथ ही दूसरों के हितों के बारे में भी मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर कार्य करने से मानव अधिकार स्वमेव संरक्षित हो जाएंगे। उन्होंने मानव अधिकार से जुड़े कानूनों की विस्तार से व्याख्या की तथा छात्र-छात्राओं से मानव अधिकार के प्रति सजग रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि अपने ही नहीं दूसरों के मानव अधिकारों की रक्षा करना हर व्यक्ति का कर्तव्य है। उन्होंने महिलाओं और बच्चों से संबंधित कानूनों के बारे में अनेक दृष्टांत देते हुए मानव अधिकारों से संबंधित अनेक मार्मिक कहानियां भी सुनाई। उन्होंने छात्र-छात्राओं को बिना ड्राइविंग लाईसेंस एवं इष्योंरेस के बिना वाहन ना चलाने का आग्रह किया।
लीगल सर्विसेस फाउण्डेषन के अध्यक्ष अधिवक्त श्री जे.पी. श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य में कहा कि मानव अधिकार के कानूनी और सामाजिक परिदृष्य पर प्रकाष डाला। श्रीवास्तव ने कहा कि मानव अधिकार दिवस के साथ-साथ मानव कर्तव्य दिवस भी मनाया जाना चाहिए, क्योंकि कर्तव्य का मूल अधिकारों से बड़ा है।
दीक्षा महाविद्यालय कटनी के संस्थापक श्री पारस जैन ने संस्कृत में उद्बोधन में कहा कि मानव अधिकार संरक्षण भारत की संस्कृति में रचा-बसा है। इस अवसर पर मानव अधिकार के संबंध में छात्र-छात्राओं की भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस भाषण प्रतियोगिता में कुमारी साक्षी जिंदल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं राजू अग्रवाल ने द्वितीय स्थान और पंकज यादव ने उप द्वितीय स्थान प्राप्त किया। लीगल सर्विसेस फाउण्डेषन की ओर से प्रतियोगिता के विजयी छात्र-छात्राओं को षिल्ड तथा प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सांई बाबा आदर्ष महाविद्यालय के प्राचार्य श्री राजेष श्रीवास्तव और अध्यक्ष श्री विजय इंगोले ने स्वागत भाषण देते हुए विधिक षिविर के उद्देष्यों पर विस्तार से प्रकाष डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे षिविरों से छात्र जगत को जीवन के लिए एक नई दिषा मिलती है। इस अवसर पर लीगल सर्विसेस फाउण्डेषन की श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा, अधिवक्ता श्री एनामुल हक, इस महाविद्यालय के संचालक श्री अजय इंगोले, महाविद्यालय के प्राचार्य एवं छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में उत्साह के साथ भाग लिया। अंतिम में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. राजेष श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया।