
सूरजपुर
- काॅल डिटेल के आधार पर इस अन्तर्राज्जीय बसोर चोर गिरोह का खुलासा
- बसोर गिरोह द्वारा एमपी व छ.ग., पंजाब व अन्य राज्यों में चोरी, लूट की घटनाओं को दिया गया है अंजाम
- बसोर गिरोह का मुखिया लालमन उर्फ बड़कवा 15 वर्षो से फरार था
सूरजपुर के बसदेई चौकी में ग्राम झांसी निवासी प्रार्थी राजेन्द्र प्रसाद जायसवाल के घर से बीते 5-6 सितम्बर की दरम्यानी रात में सोना चांदी के गहने, आईडिया कंपनी का रिचार्ज कूपन व नगदी रकम चोरी हुआ था । मामले की गम्भीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर प्रखर पाण्डेय ने एडिषनल एसपी मनीषा ठाकुर व सीएसपी प्रफुल्ल किस्पोट्टा को आरोपियो की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।
इसी बसोर गिरोह के द्वारा गत् 5-6 सितम्बर की रात में बसदेई चैकी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम झांसी में अपराध घटित कर वापस अपने जिला सिंगरौली में जाने पर डकैती डालने का प्लान बनाते समय पकड़े गये है । जो आरोपी लालमन बसोर, रामाधीन, शुक्ला बसोर अभी न्यायिक रिमाण्ड देवसर में है। आरोपी सियाराम बसोर पिता तेजमन बसोर उम्र 24 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 9 मढ़ौरी, थाना मोरवा, जिला सिंगरौली मध्यप्रदेष से मोबाईल व रिचार्ज कूपन बरामद किया गया है। चोरी के गहने खरीदने वाला सोनार विनोद सोनी पिता लल्लू प्रसाद सोनी उम्र 45 वर्ष निवासी शांतीनगर, थाना बैढ़न जिला सिंगरौली से करीब 1 तोला सोना व चांदी करीब आधा किलो कीमती करीब 60 हजार रूपये का जप्त कर दोनों को न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया है। उक्त प्रकरण के दो आरोपी लालमन, रामाधीन बसोर को मध्यप्रदेष के न्यायालय से प्रोडेक्षन वारंट प्राप्त कर अग्रिम कार्यवाही व अन्य मामलों के संबंध में पूछताछ की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर प्रखर पाण्डेय ने बताया कि काॅल डिटेल के आधार पर इस अन्तर्राज्जीय बसोर चोर गिरोह का खुलासा किया गया एवं एडिषनल एसपी मनीषा ठाकुर व सीएसपी प्रफुल्ल किस्पोट्टा के नेतृत्व में अन्य थानों के प्रकरणों में भी गिरफ्तार हुये आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। उक्त गिरोह के संबंध में मध्यप्रदेष पुलिस के द्वारा भी सहयोग प्रदान किया गया। उक्त कार्यवाही मे थाना प्रभारी सूरजपुर मानकराम कष्यप, क्राईम ब्रान्च प्रभारी सी.पी.तिवारी, चैकी प्रभारी बसदेई सरफराज फिरदौसी, प्रधान आरक्षक माधव सिंह, बिसुनदेव पैकरा, आरक्षक दिलीप सिंह, अक्षय चैरसिया, महेन्द्र प्रताप सिंह, आनंद सिंह, षिवेन्द्र सिंह परिहार, वसीम राजा, जितेन्द्र सिंह, महेन्द्र यादव, ललन सिंह, सीताराम पैकरा व अन्य स्टाफ सक्रीय रहे।