देश लगातार तरक्की करता जा रहा है और यह तरक्की किसी एक क्षेत्र में नहीं बल्कि हर क्षेत्र में हो रही है पर आज भी देश के कुछ हिस्से ऐसे हैं जहां पर आज भी लोग पुरानी मान्यताओं, कट्टरपंथी विचारो और अपने स्वार्थ को ही आगे रखते हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही स्थान के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं जहां पर लोग अपने निहित स्वार्थो के लिए लड़कियों को वेश्यावृत्ति में धकेल देते हैं और यह सब काम होता है सभी की मर्जी से। आइये जानते हैं इस स्थान के बारे में।
लड़कियों को नाबालिग अवस्था में ही वेश्यावृत्ति में धकेलने वाले लोगों के इस गावं का नाम है “वदिया गावं”, यह गांव साराणिया जाति के लोगों का बसाया हुआ है। इस गांव में यदि किसी घर में लड़की पैदा होती है तो उसको महज 13 साल की नाबालिग अवस्था में ही वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता है। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि इस गांव में 2012 में ही पहली शादी हुई थी और इस शादी के खिलाफ सारा गांव था, गांव वाले नहीं चाहते थे कि यह शादी हो, वे सब लोग इस शादी को रुकवाने में पूरा जोर लगाए हुए थे लेकिन फिर भी एक एनजीओ के आगे आने की वजह से वह शादी हो ही गई। असल में गांव के लोग इसलिए यहां शादी नहीं होने देना चाहते हैं क्योंकि उनका सोचना है कि यदि लड़कियां शादियां करने लगी तो उनका फलता फूलता वेश्यावृत्ति का धंधा बंद हो जायेगा और यहां के लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी। सोचना चाहिए जिस देश में महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढाओं की बात होती है वहां पर लड़कियों को नाबालिग अवस्था में ही वेश्यावृत्ति में उतार दिया जाता है, यह बहुत शर्मनाक है।