जांजगीर चांपा। देश एंव प्रदेश मे केन्द्रीय वि़़द्यालय का प्रबंधन और वहां की पढाई के नाम से जाना जाता है. पर जांजगीर चांपा का केन्द्रीय विद्यालय वहां के खराब प्रबंधन व चेयरमैन से लेकर प्रिंसिपल के रैवेये से पढाई करने वाले बच्चो के पालक नाखुश है. जिला मुख्यालय के केन्द्रीय विद्यालय का प्रबंधन इतना खराब है कि वहां के बच्चो मे स्कूल प्रबंधन की कोई पकड़ नही है. बच्चे मनमानी तरीके से इधर उधर घुमते नजर आ जाते है। केन्द्रीय विद्यालय के प्रिंसिपल से लेकर स्कूल टीचर गैर जिम्मेदार हो गये है। जिससे यहां के विद्यालय का नाम खराब हो रहा है। आये दिन बच्चे गायब हो जाते है .बिना प्रबंधन के जानकारी बैगर कभी स्कूल कैप्पस मे इधर उधर घुमते मिलते है तो कभी शहर के किसी कैफे मे नजर आते हैं। जानकारी के अनुसार चार दिन पहले नवमी क्लास के एक बच्चे के बैग मे एंड्राइड मोबाइल फोन भी चोरी हो गया। तो वही दो दिन पहले पहले दसवी कक्षा की दो छात्राए गुम हो गई थी, जो करीब आधे घंटे बाद स्कूल के कैम्पस मे ही मिली। इन सबके बाउजुद प्राचार्य और स्कूल प्रबंधन कमेटी कोई एक्शन नही ले रहा है। जबकि कलेक्टर स्वयं इस स्कूल के चैयरमैन है। जबकि विद्यालय के प्रिंिसपल के लिए एक बंगला में मिला हुआ है . लेकिन वे यहां निवास नही करते वे नियमित दुर्ग से आना जाना करते हैं. यहां तक स्कूल स्टाफ को छुटटी होने के समय गेट नंबर 2 में टयूटी लगाने व वाहन चालको के डिटेल्स रखने के लिखित मे आदेश दिये गये थे। परन्तु आदेश का पालन नही हो रहा है। जानकारी के अनुसार आज एक बच्चा जो क्लास 6 मे पढाई करता था स्कूल के छुटटी के बाद 1 घंटे तक घर नही पहुचां जब इसकी जानकारी घर वालो को हुई तो स्कूल मे पुछताछ की लेकिन घंटेा तक पता नही चल पाया बाद मे पुलिस को सूचना दी गई । बाद मे घंटो तक खोजबीन के बाद बच्चे लिंक रोड स्थित नाईस कैफे मे तीन बच्चे पार्टी करते मिले। बताया जा रहा है कि लापता बच्चा घर से एटीएम चुराकर पार्टी बना रहे थे। तब जाकर पुलिस को सूचना मिली तो बच्चो के परिजनो को सूचना दी गई।