जांजगीर चांपा. KSK महानदी पावर प्लांट प्रबंधन के खिलाफ मजदूरों का आँदोलन को समाप्त कराने के लिए जिला प्रशासन ने सख्ती अपनाई है और आधी रात को पंडाल में सो रहे 67 मजदूरों को गिरफ्तार कर आरक्षी केंद्र जांजगीर में रखा। पुलिस और जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से मजदूरों में आक्रोश है और अपना अधिकार लेने के लिए परिवार के साथ आँदोलन करने की तैयारी में है. पॉवर प्लांट के सामने पिछले 7 दिनों से हड़ताल पर बैठे प्लांट के 67 कर्मचारी और मजदूरों को पुलिस ने आधी रात को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सभी मजदूरों को जांजगीर जिला मुख्यालय के रक्षित आरक्षित केंद्र में रातभर रखा गया. केएसके महानदी पावर प्लांट के खिलाफ मजदूरों को आंदोलन 12 अक्टूबर से कर रहे मजदूरों का आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा थाण् हड़ताल पर बैठे सात मजदूर भूख हड़ताल के बाद आमरण अनशन पर बैठ गए थे जिसके कारण से कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। मजदूरों की स्थिति को देखते हुए पंडाल में एडीएम के साथ एसडीएम और एसडीओपी जांजगीर पहुंचे। पहले मुलमुला थाना प्रभारी केपी टंडन ने अनशन स्थल में सोर रहे मजदूरों को जगा कर उन्हे जुस पीने की सलाह दिए लेकिन बात नही बनी को पुलिस ने बल पूर्वक मजदूरों की गिरफ्तारी की गई है। हिंद मजदूर संघ के पदाधिकारी बलराम गोस्वामी ने बताया कितीन बार जिला प्रशासन की अगुवाई में त्रिपक्षीय वार्ता हुई।जिसे मजदूर मान गए लेकिन प्लांट प्रबंधन ने उसे मानने से इनकार कर दिया इसके बाद मजदूरो की अधिकार और प्रबंधन की तनाशाहि रवैय्य के खिलाफ शांति से आँदोलन चल रहा था और शुक्रवार आधी रात जिला प्रशासन नें जिस तरह 67 मजदूरों के खिलाफ कार्रवाई की है.